पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछेल वर्ष अप्रैल के महीने में देश की सत्ता हासिल की थी। लेकिन करीब एक साल के भीतर ही वो अब देश में आए आर्थिक संकट से बाहर लाने के लिए हाथ पांव मारते फिर रहे हैं। पाकिस्तान की सत्ता से इमरान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए बेदखल किया गया था। लेकिन बदलते वक्त में शहबाज शरीफ अब उन्हीं इमरान खान को आर्थिक और राजनीतिक संकट का हल तलाशने पर मिटिंग का न्योता भेजा है। पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान के पेशावर की एक मस्जिद में हुए आत्मघाती हमले के बाद वहां राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इस पृष्ठभूमि के खिलाफ, प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने आर्थिक और राजनीतिक संकट को दूर करने के लिए समाधान खोजने के लिए सर्वदलीय सम्मेलन (एपीसी) बुलाया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भी सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है।
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सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है। बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शरीफ महत्वपूर्ण राष्ट्रीय चुनौतियों से निपटने के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों को एक साथ लाना चाहते हैं। द न्यूज इंटरनेशनल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शाहबाज ने पेशावर में शीर्ष समिति की बैठक में भाग लेने के लिए पीटीआई के दो प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया है। यह सम्मेलन 7 फरवरी, 2023 को इस्लामाबाद में आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन पेशावर में आत्मघाती बम विस्फोटों, आतंकवाद को खत्म करने के उपायों और पुलिस और आतंकवाद विरोधी विभाग (सीटीडी) के उन्नयन पर चर्चा करेगा।
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मरियम औरंगजेब ने बताया कि संघीय मंत्री अयाज सादिक ने पीटीआई के वरिष्ठ नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। नेशनल असेंबली के पूर्व अध्यक्ष असद कैसर और पूर्व रक्षा मंत्री परवेज खट्टक को आगामी बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है। मरियम औरंगजेब ने कहा कि इस समिति की बैठक में पुलिस, रेंजर्स, खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के नेतृत्व वाली सरकार और पीटीआई के बीच लगभग सभी राष्ट्रीय मुद्दों पर मतभेद रहे हैं।