पाकिस्तान कुछ दिनों में कंगाल होने वाला है। हर दिन वहां के नेताओं के बारे में नए-नए खुलासे सामने आते रहते हैं। पाकिस्तान के राजनीतिक हालात भी अस्थिर स्थित में हैं। लोगों के पास खाने को अनाज नहीं है। खर्च करने के लिए पैसा खत्म हो चुका है। हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि पाकिस्तान को कोई दूसरा देश कर्ज देने के लिए तैयार नहीं है। इन सब के बीच पाकिस्तान के सामने एक नई मुसीबत सामने आ गई है। दरअसल, तेजी से बर्बादी की तरफ बढ़ रहे पाकिस्तान को अब उसी की जनता छोड़कर भाग रही है। 250 रुपए लीटर पेट्रोल और 150 रुपए किलो आटा देख लोग पाकिस्तान को टाटा कर रहे हैं।
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एक रिपोर्ट के मुताबिक टीटीपी के आतंकी हमलों और देश की बदहाली को देख आठ लाख युवाओं ने पाकिस्तान को छोड़ दिया है। पाकिस्तान में बिजली कटौती की वजह से अंधकार है। लेकिन पाकिस्तान के युवा अपने भविष्य को अंधेरे में नहीं धकेलना चाहते हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल आठ लाख पाकिस्तानी युवाओं ने देश को अलविदा कह दिया। अब इन युवा पाकिस्तानियों के लिए कनाडा नया ठिकाना बनता जा रहा है। कनाडा बड़ी तादाद में विदेशियों को बुला रहा है।
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पाकिस्तान वैसे तो आतंकवाद को पालने के लिए जाना जाता है, लेकिन वो खुद ही आतंकवाद का दंश झेल रहा है। 22 करोड़ की आबादी वाले पाकिस्तान में एक ही साल में आठ लाख युवा नौकरी की तलाश में विदेश चले गए। ये आकंड़ा कोरोना काल के पहले से भी ज्यादा है। पाकिस्तान में इस खुलासे से यहां के हुक्मरान भी परेशान है। पाकिस्तानी युवा कम उम्र में ही विदेश जाकर नौकरी पाना चाहते हैं। यहां 30 साल तक की उम्र का हर तीन में से एक पाकिस्तानी ऐसा ही सोचता है। यूनिवर्सिटी में पढ़े बच्चों में ये ट्रेड 50 प्रतिशत है। पाकिस्तान से विदेश जा रहे युवाओं पर मंत्री एहसान इकबाल ने चिंता जताई है।