दक्षिण कोरिया ने अपने बढ़ते अंतरिक्ष विकास कार्यक्रम के तहत पहली बार बृहस्पतिवार को वाणिज्यिक श्रेणी के एक उपग्रह का प्रक्षेपण किया।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया अपने प्रथम सैन्य जासूसी उपग्रह का प्रक्षेपण करने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। पिछले हफ्ते इसके नेता किम जोंग उन ने एक तैयार जासूसी उपग्रह का अवलोकन किया था तथा इसके प्रक्षेपण की योजना को मंजूरी दी थी।
कोरियाई प्रायद्वीप के दोनों देशों का अपना खुद का सैन्य उपग्रह नहीं है और वे उन्हें हासिल करना चाहते हैं।
दक्षिण कोरिया द्वारा बृहस्पतिवार को किये गये प्रक्षेपण से अंतरिक्ष आधारित निगरानी प्रणाली विकसित करने की उसकी कोशिशों में मदद मिलने की संभावना है।
दक्षिण कोरिया का स्वदेश विकसित रॉकेट ‘नूरी’ दक्षिणी द्वीप से आठ उपग्रहों को साथ लेकर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुआ।
विज्ञान मंत्री ली जोंग हो ने बाद में टेलीविजन पर प्रसारित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रक्षेपण सफल रहा। उन्होंने कहा कि इसने विभिन्न उपग्रह संचालित करने और अंतरिक्ष को खंगालने की उसकी क्षमता को साबित कर दिया है।
इस प्रक्षेपण ने चीन, जापान और भारत जैसे उसके एशियाई पड़ोसी देशों की श्रेणी में शुमार होने की दक्षिण कोरिया की उम्मीदों को मजबूत किया है।
यह प्रक्षेपण शुरूआत में, बुधवार को किया जाना था लेकिन इसे एक तकनीकी समस्या के कारण अंतिम क्षणों में टाल दिया गया था।
दक्षिण कोरिया द्वारा इस साल के अंत में अपने प्रथम जासूसी उपग्रह को प्रक्षेपित करने की उम्मीद है। उत्तर कोरियाई प्रतिष्ठानों की निगरानी के लिए वह अभी अमेरिकी जासूसी उपग्रहों की सेवा लेता है।