जिस पाकिस्तान में आटे की बोरी के लिए इंसान, इंसान के ही पैरों के नीचे कुचलकर दम तोड़ देता है। उस देश में बेजुबान जानवरों के साथ क्या हो रहा है, इसे आपको बताते हैं। कराची के चिड़ियाघर को पाकिस्तान सरकार ने अब बंद कर दिया है। जिस चिड़ियाघर में बेजुबान को कैद करके रखा हुआ है, पाकिस्तान उसकी भी देखभाल नहीं कर पा रहा है। जानवरों की स्थिति ऐसी हो चली कि 2 जून का खाना भी ठीक से नसीब नहीं हो रहा। यह मामला तब सामने आया जब 17 साल की नूरजहां नाम की हथिनी की हालत गंभीर रूप से बिगड़ गई।
इसे भी पढ़ें: वायु सेना कितनी प्रभावी हो सकती है ये बालाकोट ऑपरेशन ने दिखाया, एयरोस्पेस पावर सेमिवार में बोले IAF चीफ
खाने की कमी से वह बहुत कमजोर हो गई। 4 अप्रैल को एक इंटरनेशनल एनजीओ ने नूरजहां की हालत को लेकर चिंता जताई थी। नूरजहां की हड्डियां बहुत कमजोर हो गई है। वह ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही है। अगर वह गिर जाती है तो दोबारा कभी खड़ी नहीं हो पाएगी। वही हुआ वह अगले ही दिन एक गड्ढे में गिर गई। नूरजहां को जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। उसके पैर पर बेल्ट बांधी गई रेस्क्यू किया गया। इस दौरान उसकी टांग में गंभीर चोट आ गई।
इसे भी पढ़ें: उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में भीषण भूस्खलन में कई ट्रक जमींदोज
डॉक्टर की टीम ने नूरजहां की सर्जरी की और वह सफल भी रही। इसके बावजूद देखभाल की कमी और उपचार के कारण उसकी हालत बिगड़ती चली जा रही है। नूरजहां की आंखों से लगातार आंसू निकल रहे हैं। वह अपना दर्द भी किसी को नहीं बता पा रही, बस कभी-कभी कान हिला लेती है और बेबस पड़ी है।