अमेरिका के लॉस एंजिल्स शहर के जंगलों में लगी भीषण आग में मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गयी है और 12,000 से ज्यादा इमारतें जलकर खाक हो गयी है। शहर के चिकित्सा परीक्षक कार्यालय ने इन मौतों की पुष्टि की है। कार्यालय ने शनिवार शाम को कहा कि कुल 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से पांच की मौत पैलिसेड्स जबकि 11 की मौत ईटॉन इलाके में हुई।
इस बीच, दमकल कर्मियों ने आग को काबू करने के प्रयास और तेज कर दिए हैं क्योंकि आग पूर्व की ओर बढ़ रही है। इसकी वजह से विश्व प्रसिद्ध जे. पॉल गेटी संग्रहालय और कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय को खतरा पैदा हो गया है। दमकल कर्मी मैन्डेविल कैनयन में आग बुझाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। ‘कैलफायर ऑपरेशन्स’ के प्रमुख क्रिश्चियन लिट्ज ने एक ब्रीफिंग में कहा कि आग बुझाने के अभियान के दौरान विशेष ध्यान कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के निकट घाटी क्षेत्र पैलिसेड्स में लगी भीषण आग पर रहेगा।
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फिलहाल आग प्रभावित इलाकों में हल्की हवाएं चल रही हैं, राष्ट्रीय मौसम सेवा ने तेज हवाओं की चेतावनी दी है। राष्ट्रीय मौसम सेवा ने चेतावनी में कहा है कि तेज सेंटा ऐना हवाएं जल्द ही लौट सकती हैं, जो अग्निशामकों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है। बता दें, इन हवाओं के कारण आग तेजी से फैल रही है और रविवार रात से लेकर सोमवार से बुधवार तक 120 किमी/घंटा तक की रफ़्तार से हवा चलने का अनुमान जताया गया है, जिसने चिंता और बढ़ा दी है।
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लॉस एंजिल्स काउंटी के शेरिफ रॉबर्ट लूना ने बताया कि विनाश को रोकने का काम शनिवार को भी जारी रहा और टीमें शवों को खोजने वाले कुत्तों की मदद से खोजी अभियान चला रही हैं। लूना ने बताया कि पासाडेना में एक परिवार सहायता केंद्र भी स्थापित किया जा रहा है। उन्होंने निवासियों से कर्फ्यू का पालन करने का आग्रह किया। आग ने करीब 145 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। हजारों लोगों को अब भी आग प्रभावित इलाकों को खाली करने के आदेश दिए गए हैं। शहर के उत्तर में घनी आबादी वाले 40 किलोमीटर के क्षेत्र में लगी आग ने 12,000 से ज्यादा इमारतों को जलाकर राखकर दिया है, जिसमें घर, अपार्टमेंट इमारतें, व्यवसायिक इमारतें आदि शामिल हैं। हालांकि अब तक आग लगने का मुख्य कारण नहीं पता चल पाया है।