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Antarctica के हिमनद गर्मियों में तेज गति से होते हैं प्रवाहित : Study

अंटार्कटिका की तटरेखा से लगे हिमनद गर्मियों में बर्फ पिघलने और समुद्र का जल गर्म होने के कारण इस मौसम में तेज गति से प्रवाहित होते हैं। शोधार्थियों ने एक नये अध्ययन में यह दावा किया है।
हिमनद (समुद्र में प्रवाहित होने वाले विशाल हिम खंड) एक साल में औसतन एक किमी की दूरी तय करते हैं।
अध्ययन में हिमनद के प्रवाहित होने की गति में मौसमी अंतर पाया गया है, जो गर्मियों में तापमान अधिक रहने के कारण 22 प्रतिशत तक बढ़ जाती है।
यह अध्ययन नेचर जियोसाइंसेज ‘जर्नल’ में प्रकाशित हुआ है।

क्षेत्र में जाकर हिमनद पर शोध करने में वैज्ञानिकों के मुश्किलों का सामना करने के कारण अब तक अंटार्कटिका महाद्वीप का अध्ययन सीमित रहा है।
हालांकि, उपग्रह प्रौद्योगिकी में प्रगति के कारण अंतरिक्ष से ली जा रही तस्वीरों से इस बारे में नयी जानकारी मिल रही है कि हिमनद किस गति से प्रवाहित हो रहे हैं और इसके आसपास के सागर में पानी कैसे जा रहा है।
अंटार्कटिका महाद्वीप, पृथ्वी पर बर्फ के रूप में जमे जल का सबसे बड़ा भंडार है।
यह अनुमान लगाया गया है कि 1992 और 2017 के बीच हिमनदों के पिघलने से महासागरों का वैश्विक स्तर करीब 7.6 मिलीमीटर बढ़ गया।

इसमें भविष्य में कितना बदलाव आ सकता है, इस पर अनिश्चितता बनी हुई है।
अध्ययन के मुताबिक, लीड्स विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों के नेतृत्व में शोधार्थियों के एक दल ने 2014 और 2021 के बीच उपग्रह से ली गई 10,000 से अधिक तस्वीरों का उपयोग किया। उनके अध्ययन का उद्देश्य यह समझना था कि सर्दियों और गर्मियों के मौसम में हिमनद के प्रवाह की गति बदल जाती है।
लीड्स में जलवायु एवं वायुमंडलीय विज्ञान संस्थान की एसोसिएट प्रोफेसर एन्ना होग ने कहा, ‘‘इस तरह के अध्ययन जारी रखने से हिमनदविदों को यह निगरानी करने में मदद मिलेगी कि ये बदलाव कितनी तेजी से हो रहे हैं।

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