सूडानी सेना और एक प्रतिद्वंद्वी अर्धसैनिक बल मंगलवार शाम से 24 घंटे के संघर्ष विराम के लिए सहमत हो गए। अरब मीडिया की खबरों में यह जानकारी दी गई है।
देश पर नियंत्रण के लिए दोनों पक्षों के बीच पिछले चार दिन से संषर्घ चल रहा था। इस लड़ाई के कारण देश की राजधानी खार्तूम और सूडान के अन्य क्षेत्रों में अराजक स्थिति पैदा हो गई है। राजधानी और देश के अन्य प्रमुख शहरों में लाखों सूडानी अपने घरों में छिपे हुए हैं और वे नियंत्रण के लिए संघर्षरत दो बलों की लड़ाई में फंस गए हैं। दोनों पक्षों ने रिहायशी इलाकों में तोपों और हवाई हमले किए।
लड़ाकों ने पिछले दिनों, खार्तूम में अमेरिकी दूतावास के एक काफिले पर भी हमला किया और सूडान में यूरोपीय संघ के दूत के घर पर धावा बोल दिया। हालांकि इन दोनों हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ।
सैटेलाइट चैनलों अल-अरबिया और अल-जज़ीरा ने वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शम्स अल दीन कबाशी के हवाले से बताया कि सेना संघर्ष विराम का पालन करेगी।वहीं सीएनएन अरबी चैनल ने देश की सेना के प्रमुख जनरल अब्देल फत्ताह बुरहान का हवाला देते हुए कहा कि सेना दिन भर के संषर्घविराम में शामिल होगी।
इससे पहले सेना के प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्सेज ने कहा कि वह 24 घंटे के मानवीय संघर्ष विराम का पालन करेगा।
सैन्य अधिकारियों की ओर से संघर्ष विराम के संबंध में तत्काल कोई सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है। दोपहर में भी सेना के मुख्यालय के आसपास और पड़ोसी हवाई अड्डे के पास झड़पों की सूचना मिली थी।
खार्तूम से करीब 350 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में मेरोवे में एक सामरिक हवाई अड्डे के पास भी लड़ाई चल रही थी।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, शनिवार को लड़ाई शुरू होने के बाद से अब तक 185 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है और 1,800 से अधिक घायल हुए हैं। सूडानी डॉक्टरों के संगठन डॉक्टर्स सिंडिकेट ने मंगलवार को कहा कि झड़प में कम से कम 144 नागरिक मारे गए हैं और 1,400 से अधिक घायल हुए हैं।