ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बृहस्पतिवार को कहा कि पहली अंतरराष्ट्रीय कृत्रिम मेधा (एआई) सुरक्षा शिखर वार्ता की उपलब्धियां अत्याधुनिक कृत्रिम बुद्धिमत्ता के क्षेत्र में तेज प्रगति से पैदा होने वाले जोखिमों को नियंत्रित करने की दौड़ में ‘‘मानवता के पक्ष में संतुलन बनाएगी।’’
लंदन के समीप पूर्व कोडब्रेकिंग जासूसी अड्डे ‘ब्लेचले पार्क’ में दो दिन की वार्ता के बाद सुनक ने कहा कि नेताओं, अनुसंधानकर्ताओं और कारोबारी नेताओं की बैठक में हुए समझौते ‘‘दिखाते हैं कि हमारे अंदर इस प्रौद्योगिकी को नियंत्रित करने तथा लंबे समय के लिए इसके लाभों को सुरक्षित करने के वास्ते राजनीतिक इच्छाशक्ति और क्षमता दोनों है।’’
सुनक ने एआई को बेहतर ढंग से समझने के उद्देश्य से अधिकारियों, विशेषज्ञों और प्रौद्योगिकी उद्योग के लिए एक मंच के रूप में इस शिखर वार्ता का आयोजन किया। कुछ वैज्ञानिकों ने आगाह किया है कि एआई मानवता के अस्तित्व को खतरा पैदा कर सकती है।
उन्होंने कृत्रिम मेधा के सबसे बड़े खतरों से निपटने की प्रतिबद्धता जताने वाले ‘‘ब्लेचले डिक्लेरेशन’’, प्रौद्योगिकी कंपनियों के एआई मॉडल जारी करने से पहले उनकी जांच करने और एआई पर वैश्विक विशेषज्ञ समिति का आह्वान करने वाले एक समझौते समेत बैठक की उपलब्धियों की प्रशंसा की।
ब्रिटेन की अभी एआई को नियंत्रित करने के लिए कोई विशिष्ट कानून लाने की योजना नहीं है जैसा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ ने किया है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने शिखर वार्ता में भाग लेते हुए प्रौद्योगिकी कंपनियों को जिम्मेदार ठहराने के वास्ते बाइडन प्रशासन द्वारा उठाए कदमों पर जोर दिया।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने एक समन्वित वैश्विक प्रयास का अनुरोध करते हुए एआई के खतरों की तुलना नाजी खतरे से की जब ब्रिटेन के कोडब्रेकरों ने युद्ध में काफी योगदान दिया था।
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख समेत अन्य नेताओं ने एआई की सफलताओं से सामंजस्य बिठाने के लिए तेजी से काम करने की आवश्यकता को लेकर आगाह किया।
सामान्य उद्देश्यों वाले एआई चैटबॉट्स जैसे कि चैटजीपीटी ने पाठ, ऑडियो और तस्वीरें पैदा करने की अपनी क्षमता को लेकर हैरानी और डर दोनों उत्पन्न किया जो काफी हद तक मनुष्य द्वारा किए जाने वाले काम से मिलता-जुलता है।
सुनक ने इस शिखर वार्ता को सफल बताया।
वह अमेरिका तथा चीन समेत 28 देशों को एआई के खतरों को लेकर ‘‘साझा समझौते और जिम्मेदारी’’ के प्रति काम करने और अगले साल दक्षिण कोरिया तथा फ्रांस में और बैठकें आयोजित करने के लिए राजी करने में कामयाब रहे।
शिखर वार्ता में भाग लेने वाले लोगों में टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) एलन मस्क भी थे जिन्होंने आगाह किया कि एआई मानवता के भविष्य के लिए खतरा पैदा कर सकता है।