जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पर पाइप बम से हमला करने का आरोपी 24 वर्षीय बेरोजगार युवक चुनाव लड़ने का अवसर नहीं मिलने के चलते नाराज था।
स्थानीय मीडिया की खबरों और संदिग्ध हमलावर के सोशल मीडिया पोस्ट से पता चलता है कि युवक राजनेता बनना चाहता था और उसका मानना था कि उसे गलत तरीके से देश के संसदीय चुनाव में भाग लेने से वंचित कर दिया गया।
शनिवार को हुए इस हमले के बाद 24 वर्षीय युवक रियूजी किमुरा को पकड़ लिया गया। हमले की घटना वाकायामा शहर में तब हुई थी जब किशिदा अपनी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के समर्थन में सभा को संबोधित करने वाले थे।
समझा जाता है कि हमले के लिए इस्तेमाल किया गया विस्फोटक एक पाइप बम था। यह विस्फोटक किशिदा के समीप गिरा था लेकिन वह बाल बाल बच गए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल जून में किमुरा ने कोबे जिला अदालत में एक मुकदमा दायर किया था, जिसमें दावा किया गया था कि उसे जुलाई 2022 के ऊपरी सदन के चुनाव में भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि ऊपरी सदन का चुनाव लड़ने के लिए एक उम्मीदवार की आयु 30 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
किमुरा की आयु तब 23 साल थी।