सीरिया के होम्स शहर में बृहस्पतिवार को सेना के एक ‘पासिंग आउट परेड’ समारोह के दौरान घातक ड्रोन हमले में मारे गए लोगों के परिवार के सदस्य शुक्रवार को एक सैन्य अस्पताल के बाहर उनके शव लेने के लिए एकत्र हुए।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, होम्स मिलिट्री अकादमी पर बृहस्पतिवार को हुए हमले में 31 महिलाओं और पांच बच्चों समेत 89 लोग मारे गए तथा 277 लोग घायल हैं।
मंत्रालय के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ घायलों की हालत गंभीर है। सरकार ने शुक्रवार से तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।
इस हमले के बाद विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम इलाके में हिंसा का नया दौर शुरू होने की संभावना है, जहां रूस और तुर्की के मार्च 2020 में संघर्ष विराम करने के बाद माहौल अपेक्षाकृत शांत रहा है। किसी भी समूह ने बृहस्पतिवार को हुए हमले की अब तक जिम्मेदारी नहीं ली है। सीरिया में संघर्ष का यह 13वां वर्षहै, इस दौरान यहां पांच लाख लोग मारे गए हैं।
ड्रोन हमले के बाद, सीरियाई सरकारी बलों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले इलाकों में गोलीबारी और हवाई हमले तेज कर दिए हैं तथा विद्रोहियों ने राष्ट्रपति बशर असद की सेना के कब्जे वाले इलाकों की ओर जवाबी हमले किए।
इसबीच होम्स में, सैकड़ों लोग, जिनमें से कई ने काले कपड़े पहने हुए थे, रोते हुए अब्दुल-कादर शक्फा सैन्य अस्पताल के बाहर एकत्र हुए, जहां सीरियाई झंडे से लिपटे ताबूतों में 30 शवों को दफनाने के लिए उनके गृहनगर ले जाने के वास्ते एम्बुलेंस में रखा गया।सीरिया की सेना ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा कि विस्फोटकों से युक्त ड्रोन ने युवा अधिकारियों और उनके परिवारों को निशाना बनाया।
ड्रोन हमले के बाद सीरियाई सैनिकों ने रात भर इदलिब और अलेप्पो प्रांत के कुछ हिस्सों में विद्रोहियों के कब्जे वाले शेष बचे इलाके पर हमला किया।