पाकिस्तान और अफगानिस्तान के रिश्तों में फिर से कड़वाहट बढ़ गई है। दोनों मुल्कों के बीच फिर से तनाव चरम पर पहुंच गया है। सोमवार तड़के पाकिस्तानी एयरफोर्स ने अफगानी सरजमीं में घुसकर खूनी खेल खेला। इसके जवाब में अफगानिस्तान ने भी 24 घंटे के भीतर ही पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है। बताया जा रहा है कि तालिबानी सेना ने अपनी तोपों को पाकिस्तानी सीमा की ओर मोड़ दिया है। इसके साथ ही जोरदार गोलाबारी शुरू कर दी है। दावा किया जा रहा है कि तालिबान सैनिकों ने पाकिस्तान से लगते बॉर्डर डूरंड लाइन से तीन सीमा चौकियों पर जोरदार हमला बोला है।
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पाकिस्तान पर तीन दिशाओं से अफगानिस्तान ने हमला बोल दिया है। तालिबानी सैनिकों ने भारी हथियारों और तोपों की मदद से तुर्रम, उत्तरी वजीरिस्तान और दक्षिणी वजीरिस्तान की तरफ से पाकिस्तान पर हमला बोल दिया और पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों को बम से उड़ा दिया गया। तालिबान ने कहा है कि कायर पाकिस्तान ने हमले की शुरुआत की थी। लेकिन इस हमले को हम खत्म करेंगे। जब अमेरिका तक हमारे सामने नहीं टिक पाया तो पाकिस्तान की क्या औकात है। बहरहाल, इस जंग में भारत और तालिबान की एक तस्वीर ने तहलका मचा दिया है। सबसे दिलचस्प बात ये है कि कुछ दिन पहले ईरान ने भी पाकिस्तान पर हमला किया था। ईरान, अफगानिस्तान और पाकिस्तान तीन इस्लामिक देश आपस में ही भिड़ रहे हैं। लेकिन भारत के पड़ोस में ये जंग क्यों शुरू हुई है इसका थोड़ा बैकग्राउंड आपको बताते हैं।
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तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी टीटीपी ने पाकिस्तान के सात सैनिकों को मार दिया था। पाकिस्तान ने बिना किसी सबूत के कहा था कि टीटीपी ने ये हमला तालिबान सरकार के कहने पर किया है। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान का नाम जबरदस्ती घसीटते हुए एयर स्ट्राइक भी कर दी। इस एयरस्ट्राइक से तालिबान भड़क गया। तालिबान ने पलटवार करते हुए पाकिस्तान पर तीन दिशाओं से हमला कर दिया। कई जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान टीटीपी और तालिबान सरकार के गठजोड़ से परेशान तो है लेकिन भारत और तालिबान की नजदीकी ने उसे ज्यादा डरा दिया है। कुछ दिन पहले ही भारत ने अपने विशेष दूत जेपी सिंह को अफगानिस्तान भेजा था। दूत जेपी सिंह ने तालिबान से बातचीत की।