थाईलैंड के नरेश ने औपचारिक रूप से एक नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को मंजूरी दी है, जिससे आम चुनाव के तीन महीने से अधिक समय बाद प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यभार संभालने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
फेउ थाई पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले श्रेथा को 22 अगस्त को संसद द्वारा प्रधानमंत्री नामित किया गया था। पिछले साल आधिकारिक तौर पर राजनीति में प्रवेश करने से पहले तक एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर रहे श्रेथा वित्त मंत्री का पद भी संभालेंगे।
थाइलैंड के नेरश महा वजिरालोंगकोर्न ने शुक्रवार को इस पर शाही मंजूरी जारी की।
नयी सरकार बनाने में देरी संसद द्वारा मई में हुए चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीतने वाली पार्टी – मूव फॉरवर्ड पार्टी – द्वारा गठित गठबंधन को समर्थन देने में विफलता के कारण हुई।
यह प्रतिनिधि सभा और सीनेट के संयुक्त वोट में बहुमत हासिल नहीं कर सका क्योंकि इसके प्रगतिशील मंच ने रूढ़िवादी सीनेट के सदस्यों को अलग-थलग कर दिया था, जिन्होंने इसे अस्वीकार करने का कारण राजशाही में मामूली सुधारों के लिए अपना समर्थन दिया था।
संसदीय चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाली फेउ थाई पार्टी ने मूव फॉरवार्ड पार्टी के बगैर एक व्यापक गठबंधन बनाया और सीनेट का समर्थन हासिल करने में सक्षम रही। लेकिन वह अपने चुनाव अभियान के दौरान किए गए वादे से मुकरते हुए पिछली सरकार के सैन्य-समर्थक दलों को अपने गठबंधन में शामिल कर लिया।
फेउ थाई को पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनवात्रा का समर्थन है, जिन्हें 2006 में सैन्य तख्ता पलट के बाद अपदस्थ कर दिया गया था।
अरबपति शिनवात्रा कैद से बचने के लिये 2008 में देश छोड़ कर चले गये थे लेकिन वह 22 अगस्त को वापस लौट गये ओर उन्हें आठ साल के कैद की सजा काटनी होगी। शुक्रवार को यह घोषणा की गयी कि नरेश ने उनकी सजा को कम कर एक साल कर दिया है।
नयी कैबिनेट के छह सदस्य उपप्रधानमंत्री का पद संभालेंगे इनमें से तीन श्रेथा के फेउ थाई पार्टी के सदस्य हैं।