Breaking News
-
आजकल के ज्यादातर लोगों में अनियमित ब्लड प्रेशर देखने को मिल रहा है। हेल्थ एक्सपर्ट…
-
ड्राई फ्रूट्स स्वाद से भरपूर होते ही हैं। इसके साथ इनमें कई पोषक तत्व पाए…
-
सेहत के लिए कॉफी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। कॉफी में कैफीन पाया जाता…
-
कनाडा के ब्रैम्पटन शहर में एक हिंदू मंदिर के पुजारी को हाल ही में खालिस्तानी…
-
छठ महापर्व के अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को लखनऊ में गोमती घाट…
-
फॉक्स न्यूज के साथ 2023 के एक साक्षात्कार के दौरान, ट्रम्प से राष्ट्रपति की शक्तियों…
-
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक की गृह लक्ष्मी योजना के बारे में कथित तौर…
-
अजित पवार की पार्टी राकांपा को राहत देते हुए एक उम्मीदवार जिसने पार्टी उम्मीदवार यशवंत…
-
नई दिल्ली। दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आज छठ महापर्व के अवसर दिल्ली…
-
वक्फ विधेयक पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के विपक्षी सदस्य, 9 नवंबर से शुरू होने…
कीव । यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी सैनिकों के दाखिल होने का मकसद वहां एक ‘बफर जोन’ बनाना है, ताकि मॉस्को को सीमा पार और हमले करने से रोका जा सके। जेलेंस्की ने कुर्स्क क्षेत्र में छह अगस्त को शुरू किए गए इस साहसिक अभियान की मंशा पहली बार स्पष्ट रूप से जाहिर की है। पहले उन्होंने कहा था कि अभियान का मकसद सीमावर्ती सुमी क्षेत्र में लोगों को रूस की ओर से लगातार जारी गोलाबारी से बचाना है।
जेलेंस्की ने कहा, “कुल मिलाकर अब रक्षात्मक अभियानों में हमारी प्राथमिकता जितना संभव हो, रूस की युद्ध क्षमता को नष्ट करना और अधिकतम जवाबी कार्रवाई करना है। इसमें कुर्स्क क्षेत्र में हमारा अभियान शामिल है, जिसका उद्देश्य आक्रमणकारी के क्षेत्र में एक ‘बफर जोन’ बनाना है।” अधिकारियों के मुताबिक, यूक्रेन ने छह अगस्त को शुरू किए गए अभियान के तहत सीमा पार आक्रमण तेज करते हुए पिछले सप्ताहांत कुर्स्क क्षेत्र में एक प्रमुख पुल को ध्वस्त कर दिया था और उसके निकटवर्ती पुल पर हमला किया था, जिससे रूस को होने वाली आपूर्ति बाधित हुई थी।
सैन्य मामलों के रूस समर्थक ब्लॉगर ने माना कि ग्लुशकोवो शहर के पास सीम नदी पर एक पुल के नष्ट होने से यूक्रेन के आक्रमण से निपटने के लिए रूसी सेना की आपूर्ति बाधित हुई थी, हालांकि रूस अब भी ‘पंटून’ और छोटे पुलों का उपयोग कर सकता है। यूक्रेन के वायु सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल मायकोला ओलेशचुक ने शुक्रवार को एक हवाई हमले का वीडियो जारी किया था, जिसमें पुल दो टुकडों में बिखरा हुआ दिखाई दे रहा था। ओलेशचुक और रूस के क्षेत्रीय गवर्नर एलेक्सी स्मिरनोव के अनुसार, दो दिन से भी कम समय में यूक्रेनी सैनिकों ने रूस में एक दूसरे पुल पर हमला किया। यूक्रेन ने इससे पहले टैंकों और अन्य बख्तरबंद वाहनों से रूस में अपने हमले के दायरे और लक्ष्यों के बारे में बहुत कम जानकारी दी थी।
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यह रूस पर सबसे बड़ा हमला था, जिससे रूस आश्चर्यचकित रह गया था और कई गांवों व सैकड़ों कैदियों को यूक्रेन ने अपने कब्जे में ले लिया था। जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेनी सेना ने “अच्छे और बहुत जरूरी परिणाम हासिल कर लिए हैं।” जेलेंस्की पश्चिमी देशों से रूसी क्षेत्र में और गहराई में स्थित लक्ष्यों को निशाना बनाने के लिए उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति देने की मांग कर रहे हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति ने शनिवार को कीव के सहयोगियों से कुर्स्क सहित अन्य क्षेत्र में स्थित लक्ष्यों पर हमले के लिए पश्चिमी हथियारों के इस्तेमाल पर लगे बाकी प्रतिबंधों को हटाने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि अगर यूक्रेनी सैनिकों को पर्याप्त दूरी के लक्ष्यों को निशाना बनाने की क्षमता हासिल हो गई, तो वे रूसी बलों को “और आगे बढ़ने तथा अतिरिक्त तबाही मचाने से रोक सकते हैं।