दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बुधवार को प्रदर्शनों, रैलियों और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया तथा लोगों ने उत्सव मनाते हुए विश्व की आधी आबादी के लिए समानता की पैरवी की।
इन जश्न के बावजूद अफगानिस्तान, ईरान और दुनिया के कई अन्य हिस्सों में महिलाएं आज भी निरंतर अपराध और अधिकारों के हनन का सामना कर रही हैं। यह स्थिति इस बात की परिचायक है कि महिलाओं के लिए समानता की स्थिति के लिहाज से अभी लंबा सफर तय करना है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने सोमवार को कहा कि महिलाओं के अधिकारों का हनन और उत्पीड़न हो रहा है तथा मौजूदा स्थिति बनी रही तो अगले 300 साल में भी स्त्री-पुरुष समानता को हासिल नहीं किया जा सकेगा।
दुनिया में महिला दिवस अलग-अलग तरह से मनाया गया।
स्पेन में मैड्रिड, बार्सिलोना और कई अन्य शहरों में महिला दिवस कार्यक्रमों में 10 लाख से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।
विश्व के कई दूसरे शहरों में भी बड़ी रैलियों का आयोजन हो रहा है।
आयोजकों का कहना है कि उनके कार्यक्रम शांतिपूर्ण रहेंगे और इनका मकसद सिर्फ संविधान द्वारा निहित अधिकारों को हासिल करने का है।
पाकिस्तान में महिलाओं के मार्च को लेकर इस बार सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। पिछले साल कुछ कट्टरपंथी समूहों ने इस मार्च को रोकने की धमकी दी थी।
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान के काबिज होने के बाद से यह देश दुनिया में महिलाओं और लड़कियों के लिए सबसे दमनकारी स्थान बन गया है।