संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने भारत को “ग्लोबल साउथ के अग्रणी देशों में से एक” के रूप में वर्णित करते हुए कहा है कि दुनिया में बदलाव की जरूरत को लेकर भारत और संयुक्त राष्ट्र की रणनीतिक सोच में काफी समानताएं हैं।
कोरोसी विदेश मंत्री एस जयशंकर के निमंत्रण पर तीन दिवसीय दौरे पर रविवार को भारत आएंगे। सितंबर 2022 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से यह किसी भी देश की उनकी पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
कोरोसी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, “मैं काफी उम्मीदों के साथ भारत की यात्रा कर रहा हूं।”
उन्होंने कहा, “मुझे भारत और संयुक्त राष्ट्र की रणनीतिक सोच में काफी समानताएं दिखती हैं कि दुनिया कैसी दिखनी चाहिए, दुनिया को किस तरह के परिवर्तन की जरूरत है, हम खुद को कैसे बदल सकते हैं, हम इस संगठन को कैसे बदल सकते हैं और हम वैश्विक मामलों में अपने रुख को कैसे बदल सकते हैं। इसलिए, मेरा भागीदारों के लिए मुख्य संदेश होगा-मैं वहां (भारत) सहयोग हासिल करने के लिए जा रहा हूं।”
जयशंकर के साथ कोरोसी की बातचीत संयुक्त राष्ट्र निकाय के साथ-साथ सतत जल उपयोग के मामले में भारत की भागीदारी पर केंद्रित होने की उम्मीद है।
इसे भी पढ़ें: Earthquake In Pakistan: इस्लामाबाद में 6.3 तीव्रता के भूकंप से दहले लोग, जोरदार झटकों से कांप गई धरती
भारत को “ग्लोबल साउथ के अग्रणी देशों में से एक” बताते हुए कोरोसी ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और ग्रह पर सबसे अधिक आबादी वाला देश बनने के करीब है।
उन्होंने कहा, “भारत अच्छी तरह से जानता है कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। भारत ऐसी कई मुश्किलों से जूझ रहा है, जिनका अलग-अलग रूपों में, पूरी दुनिया में, हम भी सामना कर रहे हैं। भारत अपने स्वयं के समाधान की तलाश कर रहा है और कई मामलों में न केवल अपने लिए, बल्कि कई अन्य देशों के लिए भी।