इजरायल फिलिस्तीन विवाद के बीच ट्रंप की कोशिशें ट्रंप के पिछले कार्यकाल में साफ नजर आती हैं। लेकिन इस बार ट्रंप ने सीधे सीधे ऐलान कर दिया है कि वो गाजा स्ट्रिप को टेकओवर कर लेंगे। ट्रंप के इस ऐलान के बाद लाखों फिलिस्तीनि जो गाजा में वापस जाने की इंतजार में बैठे थे, उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। ट्रंप ने कहा कि हम इस जगह पर अधिकार जमाएंगे और इस जगह पर मौजूद सभी खतरनाक बमों और दूसरे हथियारों को नष्ट करने और नष्ट हो चुकी इमारतों को हटाने की जिम्मेदारी हमारी होगी। गाजा स्ट्रिप को लेकर उनका ये ऐलान सभी को हैरान कर रहा है। किसी ने सोचा भी नहीं था कि जब इजरायल के प्रधानमंत्री अमेरिका जाएंगे तो इतनी बड़ी घोषणा दोनों नेता एक साथ मिलकर करेंगे। ट्रंप के इस ऐलान के बाद दुनियाभर के देश हैरान भी हैं और कई देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया भी व्यक्त की है। ऐसे में आईए जानते हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मन में गाजा पर कब्ज़ा करने का विचार कैसे आया? ट्रंप के इस प्लान के पीछे उनके दामाद जेरेड कुशनर का क्या रोल है?
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ट्रंप ने गाजा के टेकओवर का प्लान बताया
व्हाइट हाउस में इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात का मौका था। मुलाकात तक तो सब ठीक था और लगा कि दोनों देश युद्ध की स्थिति और परिस्थितियों को लेकर बात करेंगे। हमास से कैसे निपटा जाए इसको लेकर चर्चा करेंगे। लेकिन यहां तो सबकुछ उल्टा हो गया। ऐलान गाजा पट्टी को लेकर हो गया। कहा गया कि गाजा पट्टी को अमेरिका टेक ओवर करेगा और इसका स्वामित्व भी अपने पास रखेगा। यानी ओनरशिप की बात डोनाल्ड ट्रंप अपने बयान में कर रहे हैं। ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि अमेरिका उस जगह को डिवेलप करेगा, लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी कि वहां किसे रहने की अनुमति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी के बाहर फिलिस्तीनियों के लिए नई वस्तियां बनाई जाएंगी। उनके इस वयान का विरोध हो रहा है। ट्रंप ने कहा, ‘अमेरिका गाजा पट्टी को अपने अधीन लेगा और हम इसे विकसित करेंगे। वहां मौजूद सभी खतरनाक वमों और हथियारों को निष्क्रिय करने और तवाह हो चुकी इमारत को हटाने की जिम्मेदारी हमारी होगी।
ट्रम्प के गाजा अधिग्रहण पर प्रतिक्रिया
अप्रत्याशित रूप से, ट्रम्प के विचार की प्रतिक्रिया और निंदा तेजी से हुई। देशों, विश्व एजेंसियों और विशेषज्ञों सभी ने योजना पर अमेरिकी राष्ट्रपति से सवाल उठाए। यहां तक कि गाजावासियों ने भी अमेरिकी राष्ट्रपति के विचार को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वे इस क्षेत्र को छोड़ने के लिए कभी सहमत नहीं होंगे। सऊदी अरब ने चेतावनी देते हुए साफ किया कि दुनिया टू स्टेट पॉलिसी का समर्थन करती है। दुनिया ये मानती है कि फिलिस्तीन और इजरायल दो अलग अलग देश होंगे। इसकी स्थापना के लिए इजरायल को काम करना है।
प्लान ट्रंप के दिमाग में कैसे आया
अमेरिकी राष्ट्रपति के करीबी लोगों ने खुलासा किया है कि यह विचार समय के साथ तैयार किया गया था और ऐसा प्रतीत होता है कि इसकी उत्पत्ति स्वयं राष्ट्रपति ने की थी। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार दरअसल, ट्रम्प ने पिछले साल नेतन्याहू के साथ एक फोन कॉल में संकेत दिए थे, जहां उन्होंने इजरायली पीएम से कहा था कि गाजा रियल एस्टेट विकास के लिए एक प्रमुख स्थान होगा और यह भी पूछा था कि उनके अनुसार वहां किस तरह के होटल बनाए जा सकते हैं। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि योजना के बारे में किसी को भी पता नहीं था।
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क्या प्लान सच होगा?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों के मुताबिक, किसी भी ग्रुप को उनके घर से जबरन हटाना मना है। जब तक नागरिकों की सुरक्षा या बहुत जरूरी सैन्य कारण न हो, तब तक जबरन हटाया नहीं जा सकता। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका इस युद्ध में नहीं पड़ेगा। अब अगर अमेरिका गाजा में सेना भेजेगा तो सवाल उठेंगे, खर्च भी बाधा बनेगा। मिस्र, जॉर्डन, सऊदी अरब ने फलस्तीनियों को बाहर भेजने का कड़ा विरोध किया। फिलिस्तीन ने कहा कि यह मातृभूमि हमारी है। सऊदी अरब ने कहा, फलस्तीनी लोगों के हकों का उल्लंघन मंजूर नहीं। तुर्किये ने कहा कि लोगों को हटाना बेतुका है। चीन ने कहा, फलस्तीनी शासन मूल सिद्धांत है।
जेरेड कुशनर का क्या रोल है?
गाजा पर कब्जे की घोषणा के बाद कई लोगों ने दावा किया है कि ये ट्रंप के दामाद, जेरेड कुशनर ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप प्रशासन पहले कार्यकाल के दौरान इसका जिक्र किया था। जिसके बाद से चर्चा तेज हो गई है कि ट्रंप के गाजा प्लान के पीछे इवांका के पति कुशनर की ही भूमिका है। पिछले साल फरवरी के महीने में हार्वर्ड के साथ एक इंटरव्यू में कुशनर ने गाजा के रिसोर्सेज की बहुत प्रशंसा की थी। इसके साथ ही सुझाव दिया था कि इजरायल को गाजा पट्टी को साफ करते समय नागरिकों को हटा देना चाहिए। कुशनर ने कहा कि वहां यह थोड़ी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है, लेकिन इज़राइल के नजरिए से मैं लोगों को बाहर निकालने और फिर इसे साफ करने की पूरी कोशिश करूंगा। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इज़राइल ने कहा है कि वे नहीं चाहते कि लोग बाद में वहां वापस जाएं। उसी साक्षात्कार में कुशनर ने कहा कि उनकी राय में इज़राइल को नागरिकों को गाजा से दक्षिणी इज़राइल में नेगेव रेगिस्तान में स्थानांतरित करना चाहिए।
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