पश्चिमी देशों के बढ़ते दबाव की पृष्ठभूमि में सोशल मीडिया मंच टिकटॉक ने मंगलवार को अपनी सामग्री और उपयोक्ताओं (कंटेंट और यूजर) के लिए नियमावली को अपटेड किया। पश्चिमी देश वीडियो साझा करने वाले इस चीनी ऐप की मदद से फर्जी सूचनाओं के फैलने की आशंका से चिंतित हैं।
कंपनी ने ताजा सामुदायिक दिशा-निर्देश जारी किया है जिसमें अपलोड की जाने वाली सामग्री के लिए आठ सिद्धांत तय किए गए हैं।
टिकटॉक कंपनी की वरिष्ठ अधिकारी जूली डे बेलिएनकोर्त ने कहा, ‘‘ये सिद्धांत मानवाधिकारों को बनाए रखने की हमारी प्रतिबद्धता और अंतरराष्ट्रीय कानूनी रूपरेखा पर आधारित हैं।’’
उन्होंने कहा कि टिकटॉक निष्पक्ष रहने, लोगों के सम्मान की रक्षा करने और किसी प्रकार की हानि से बचते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का संतुलन बनाए रखना चाहती है।
अमेरिका, यूरोप और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में चीन के इस वीडियो ऐप को लेकर आशंकाएं हैं और इस संबंध में कदम भी उठाए जा रहे हैं। इन क्षेत्रों में कई देशों की सरकारों ने सरकारी कामकाज के लिए उपयोग किए जाने वाले मोबाइल फोन आदि में टिकटॉक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है क्योंकि उन्हें साइबर सुरक्षा, डेटा सुरक्षा की चिंता है और डर है कि इस ऐप की मदद से गलत सूचनाएं लोगों तक पहुंचायी जा सकती हैं।
हालांकि, अभी तक ऐसा कोई सबूत नहीं है कि जो संकेत देता हो कि ऐसा कुछ भी हुआ है या फिर टिकटॉक ने उपयोक्ताओं की सूचनाएं चीन सरकार के साथ साझा की हों, जैसा कुछ आलोचकों को आशंका है।
कंपनी के सीईओ शोउ जी चेव इस मामले में बृहस्पतिवार को अमेरिकी संसद में उपस्थित होने वाले हैं जहां उनसे कंपनी की निजता और डेटा सुरक्षा नीतियों और चीन सरकार के साथ कंपनी के संबंधों के बारे में पूछा जाएगा।
टिकटॉक का नया अपडेट दिशा-निर्देश 21 अप्रैल से प्रभावी होगा।