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Quran Burning Europe: यूरोप में बढ़ता जा रहा है कुरान जलाने का चलन, स्वीडन बाद डेनमार्क, 52 मुस्लिम देशों का मामले पर क्या स्टैंड है?

डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेहगन में एक बार फिर कुरान जलाई गई। इराक के दूतावास के बाहर कुरान को जलाकर उसका अपमान किया गया है। अभिव्यक्ति की आजादी के नियमों के तहत पवित्र कुरान को जलाने की मंजूरी दी गई। दो प्रदर्शनकारियों ने 24 जुलाई को डेनमार्क की राजधानी में इराकी दूतावास के सामने इस्लाम की पवित्र पुस्तक कुरान की एक प्रति में आग लगा दी, जिससे दोनों देशों के बीच संबंध और खराब होने का खतरा है। डेनमार्क और स्वीडन द्वारा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने वाले नियमों के तहत कुरान जलाने की अनुमति देने के बाद पूरे ईरान और इराक में विरोध प्रदर्शन भड़क उठे हैं। इराक में प्रदर्शनकारियों ने गुरुवार को बगदाद में स्वीडिश दूतावास को आग लगा दी।

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 स्वीडन के बाद डेनमार्क में कुरान का अपमान

कोपेनहेगन में  प्रदर्शन के आयोजक ने कुरान को कुचल दिया और उसे जमीन पर इराकी झंडे के बगल में एक टिन पन्नी ट्रे में रख दिया। दोनों प्रदर्शनकारी उस समूह से थे जो खुद को डेनिश पैट्रियट्स कहता है, जिसने पिछले हफ्ते इसी तरह का प्रदर्शन किया था और फेसबुक पर घटनाओं को लाइवस्ट्रीम किया था। ईरान के कई करीबी सत्तारूढ़ इराकी दलों और सशस्त्र समूहों द्वारा बुलाई गई एक सभा में दो नॉर्डिक देशों में आगजनी को लेकर बगदाद में कई हजार इराकियों ने प्रदर्शन किया। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि कुरान का अपमान करने वाले लोगों को सबसे कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

मुस्लिम देशों में नाराजगी

इराक और कुछ अन्य मुस्लिम-बहुल देशों ने कोपेनहेगन में इराकी दूतावास के बाहर “डेनिश पैट्रियट्स” नामक एक समूह द्वारा कुरान जलाने की कड़ी निंदा की है। इराक के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस तरह के कृत्यों ने अतिवाद और नफरत के वायरस को समाज के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के लिए एक वास्तविक खतरा पैदा करने की अनुमति दी। तुर्की ने इस घटना को कुरान पर घृणित हमला कहा, जबकि अल्जीरियाई विदेश मंत्रालय ने कृत्यों की निंदा करने के लिए डेनिश राजदूत और स्वीडिश प्रभारी डी’एफ़ेयर को बुलाया। ईरान ने पहले हुए अपमानों को लेकर शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन किया। कतर में स्थानीय मीडिया ने बताया कि देश के सबसे बड़े बाजार सूक अल बालादी ने विरोध में स्वीडिश उत्पादों को हटा दिया है। एक ट्वीट में डेनमार्क के विदेश मंत्रालय ने कहा कि डेनमार्क आज बहुत कम व्यक्तियों द्वारा किए गए कुरान को जलाने की निंदा करता है 

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कुरान को मुसलमान ईश्वर का वचन मानते हैं

कुरान को मुसलमान ईश्वर का वचन मानते हैं। ये उनके लिए बेहद ही पवित्र है। अगर कोई भी इसे जानबूझकर नुकसान पहुंचाता है या फिर अनादर का भाव रखता है तो इसे बेहज अपमानजनक समझा जाता है। कोपेनहेगन में कई घटना की वजह से यमन की राजधानी सना में हजारों प्रदर्शनकारियों ने एक रैली निकाली।  

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