प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खिलाफ ऑनलाइन धमकियों के लिए दो लोगों को तुरंत गिरफ्तार किए जाने के बाद भारत ने कनाडा पर दोहरे मानकों का आरोप लगाया है। राष्ट्र भारतीय राजनयिकों को निशाना बनाने वाले खालिस्तानी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने से हिचक रहा है। कनाडा द्वारा प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अन्य नेताओं को ऑनलाइन धमकी देने के लिए दो व्यक्तियों पर आरोप लगाए जाने की खबरों पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने ये रिपोर्ट देखी हैं। जब कोई लोकतंत्र कानून के शासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को मापने के लिए अलग-अलग मानदंड अपनाता है, तो यह केवल उसके दोहरे मापदंड को ही उजागर करता है। हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थानों, एयरलाइनों और राजनयिकों को हिंसा के द्वारा धमकाने का प्रयास किया है। हम चाहते हैं कि हमें मिलने वाली धमकियों पर भी उसी स्तर की कड़ी कार्रवाई हो।
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उन्होंने आगे कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि कनाडा भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, जिन्होंने बार-बार भारतीय नेताओं, संस्थानों, एयरलाइंस और राजनयिकों को हिंसा के जरिए धमकी दी है। हम कड़ी कार्रवाई देखना चाहेंगे, हमारे सामने आने वाले खतरों पर भी उसी स्तर की कार्रवाई होगी। ट्रूडो और अन्य कनाडाई राजनीतिक नेताओं के खिलाफ ऑनलाइन धमकी जारी करने के लिए अल्बर्टा के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
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6 जून को एक 23 वर्षीय व्यक्ति को एक्स पर एक ऑनलाइन पोस्ट के लिए गिरफ्तार किया गया था जिसमें उसने ट्रूडो को जान से मारने की धमकी दी थी। 13 जून को एडमॉन्टन निवासी 67 वर्षीय एक व्यक्ति को इसी तरह की धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कथित धमकियाँ उप प्रधान मंत्री क्रिस्टिया फ़्रीलैंड और न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह पर भी निर्देशित थीं।