अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के लिए चुपचाप कुर्सी आगे सरकाई और बड़ा खेल हो गया। कुर्सी आगे सरकाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप जो करने वाले थे उसका अंदाजा किसी को भी नहीं था। दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को व्हाइट हाउस बुलाया था। नेतन्याहू दुनिया के वो पहले नेता हैं जिन्हें राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप ने पहली बार अमेरिका बुलाया है। लेकिन नेतन्याहू से मिलने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने जो ऐलान किया है उसने 17 लाख मुस्लिमों पर बिजली गिरा दी है। ट्रंप नेतन्याहू के साथ पत्रकारों के सामने आए और ऐलान कर दिया कि अब गाजा पट्टी पर अमेरिका का नियंत्रण होगा। यानी एक तरीके से अमेरिका ने अब ऐलान कर दिया है कि गाजा पर अब उसका कब्जा होगा। ट्रंप ने कहा है कि गाजा में फिलिस्तीनियों का कोई भविष्य नहीं है। उन्हें कहीं और चले जाना चाहिए। ट्रंप का ऐलान सुनते ही वहां बैठे पत्रकार भौचक्के रह गए। किसी ने उनसे पूछा कि आप ये कैसे कर सकते हैं? किसी ने कहा कि गाजा तो फिलिस्तीनियों का घर था, फिर मुस्कुराते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाजा पर फिलहाल तो अमेरिका का अधिकार होगा।
इसे भी पढ़ें: Abraham Accords Part 2: सऊदी और इजरायल के बीच होने वाली है दोस्ती? नेतन्याहू के वाशिंगटन में लैंड करते ही ट्रंप ने दिया बड़ा इशारा
ट्रंप के इस ऐलान के बाद लाखों फिलिस्तीनि जो गाजा में वापस जाने की इंतजार में बैठे थे, उनके पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई। ट्रंप ने कहा कि हम इस जगह पर अधिकार जमाएंगे और इस जगह पर मौजूद सभी खतरनाक बमों और दूसरे हथियारों को नष्ट करने और नष्ट हो चुकी इमारतों को हटाने की जिम्मेदारी हमारी होगी। उन्होंने कहा कि एक ऐसा आर्थिक विकास करेंगे जो क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के ढेरों अवसर पैदा करेगा और आवास उपलब्ध कराएगा। कुछ अलग किया जाएगा। ट्रंप के कहा कि फलस्तीनी लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है यही कारण है कि वह गाजा वापस जाना चाहते हैं। यह (गाजा पट्टी) अभी एक तबाही स्थल है। हर एक इमारत ढह गई है। वे ढह चुकी कंक्रीट संरचनाओं के नीचे रह रहे हैं जो बेहद खतरनाक है।
इसे भी पढ़ें: नक्शा बदलने वाला है…ट्रंप से मिलने पहुंच गए नेतन्याहू, अब मीडिल ईस्ट में क्या बड़ा होने वाला है?
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में रहने के बजाय वे घरों और सुरक्षा के साथ एक सुंदर क्षेत्र में रह सकते हैं। वे शांति और सद्भाव के साथ अपना जीवन जी सकते हैं। गाजा में अमेरिकी सैनिकों को भेजने की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इस क्षेत्र को अमेरिका के अधीन लाने की योजना बनाई, इसीलिए अमेरिका वही करेगा जो जरूरी है तथा उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र का दौरा करेंगे। हमास ने एक बयान में कहा कि नरसंहार और विस्थापन के अपराध के लिए ‘जायोनी’ (यहूदियों की सुरक्षा के लिए एक स्वतंत्र यहूदी राज्य की वकालत करने वाले राष्ट्रवादी) को जिम्मेदार ठहराने के बजाय, उन्हें एक तरह से सम्मानित किया जा रहा है और दंडित होने से बचाया जा रहा है। हम ट्रंप के उन बयानों को खारिज करते हैं जिसमें उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी के निवासियों के पास वहां से चले जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है और हम उन्हें क्षेत्र में अराजकता और संघर्ष की वजह मानते हैं।
Stay updated with Latest International News in Hindi on Prabhasakshi