तुर्की और सीरिया में भूकंप के बाद भारत पहला ऐसा देश था जो उनकी मदद के लिए सबसे आगे खड़ा रहा। लेकिन तुर्की ने फिर एक बार दुनिया को अपना असली चेहरा दिखा दिया है। पाकिस्तान की मौजूदा स्थिति को देखते हुए ऐसा लगातार दावा किया जा रहा है कि वहां कोई भी हथियार सुरक्षित नहीं है। पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों का होना पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में पाकिस्तान को कथित तौर पर तुर्की से पहला अकिंसी कॉम्बैट ड्रोन मिला है। लगभग छह से सात ड्रोन, जो किसी भी ऊंचाई पर क्रूज मिसाइल दाग सकते हैं, कथित तौर पर पाकिस्तानी वायु सेना को वितरित किए गए थे।
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अर्थव्यवस्था भले ही 35 प्रतिशत से अधिक की मुद्रास्फीति के साथ पतन के कगार पर हो, लेकिन यह पाकिस्तान को अपने सैन्य हथियारों और उपकरणों पर अधिक खर्च करने से नहीं रोकता है। इसका प्रमाण इस्लामाबाद द्वारा अपनी वायु सेना के लिए तुर्की बकर अकिंची मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहन (यूसीएवी) की खरीद है। अकिंसी कॉम्बैट ड्रोन की खासियतों के बारे में बात करें तो ये दुनिया का पहला ऐसा ड्रोन है जो हवा से ही क्रूज मिसाइल लॉन्च कर सकता है। इस ड्रोन के अंदर 400 किलोग्राम और बाहर 950 किलोग्राम के हथियार लगाए जा सकते हैं। इसमें तीन अलग-अलग तरीके के हथियार लगाए जा सकते हैं। तुर्की के द्वारा बनाया गया ये ड्रोन और भी कई एडवांस फीचर से लैस है।
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गौरतलब है कि इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ $ 7 बिलियन के बेलआउट पैकेज के बारे में चर्चा कर रहा था, लेकिन ये ठप हो गए हैं। पाकिस्तानी दुकानदार सस्ते दामों पर आटे की थैलियां ब्लैक में बेच रहे हैं और सैकड़ों लोग जिसे लेने के लिए लंबी-लंबी कतारों में खड़े हैं और उनमें से कुछ की जान भी जा रही है। कथित तौर पर, एक हफ्ते पहले खैबर पख्तूनख्वा के चरसड्डा में आटे के लिए भगदड़ मच गई थी। द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार (31 मार्च) को कराची के औद्योगिक केंद्र – SITE क्षेत्र में भगदड़ में कम से कम नौ महिलाओं और तीन बच्चों के मरने की रिपोर्ट सामने आई।