इस्लामाबाद। संयुक्त राष्ट्र बाल एजेंसी ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान में इस साल गर्मी में बाढ़ से तबाह हुए इलाकों में अब भी 20 लाख बच्चे विद्यालय नहीं जा रहे।
संयुक्त राष्ट्र बाल आपातकालीन कोष (यूनिसेफ) के मुताबिक मध्य जून में आई बाढ़ के कारण करीब 27 हजार विद्यालय क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गये। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा कि बाढ़ का पानी पूरी तरह घटने में अभी महीनों लग जाएंगे। एजेंसी के मुताबिक कुछ स्थानों पर केवल स्कूल की छतें अभी दिखनी शुरू हुई हैं, जबकि बाकी हिस्सा अब भी पानी में डूबा है।
इस भीषण बाढ़ में 1735 लोगों की मौत हो गई, जबकि 3.3 करोड़ लोग विस्थापित हुए जिनमें से ज्यादातर लोग सर्वाधिक प्रभावित सिंध और बलूचिस्तान प्रांत के हैं।
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक बाढ़ के कारण जान गंवाने वालों में 647 बच्चे भी शामिल हैं। यूनिसेफ के शिक्षा प्रमुख राबर्ट जेंकिंस ने बाढ़ की विभीषिका से बचाये गये कुछ लोगों से बृहस्पतिवार को मुलाकात की। जेंकिंस ने कहा कि यह अभी कहना कठिन है कि विद्यालय नहीं जाने वाले बच्चे कब से कक्षाओं में जाना शुरू करेंगे।
यूनिसेफ ने पाकिस्तान के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 500 से अधिक अस्थायी शिक्षण केंद्र स्थापित किये हैं।
पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगाई है कि वह बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए अपना सहयोग बढ़ाएं, जिन्हें अब आगामी सर्दी का डर सता रहा है।
चीन ने बुधवार को पाकिस्तान की सहायता के लिए 6.8 करोड़ अमेरिकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता का ऐलान किया था। इसी के साथ पाकिस्तान को अब तक चीन की ओर से दी गई कुल खाद्य सहायता बढ़कर 15 करोड़ अमेरिकी डॉलर हो गई।
पाकिस्तान की मदद करने के लिहाज से अमेरिका दूसरे नंबर पर है जिसने अब तक बाढ़ पीड़ितों के लिए 9.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर की मदद दी है। विश्व बैंक के मुताबिक बाढ़ के कारण पाकिस्तान को 40 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है।