रूसी आक्रमण के बाद, पश्चिमी देशों के नेताओं ने यू्क्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की जान को खतरा होने का अंदेशा जताते हुए उन्हें भाग जाने की सलाह दी थी और अमेरिका ने उन्हें सुरक्षित बच निकलने के लिए एक रास्ता उपलब्ध कराने की पेशकश की थी, लेकिन वह यूक्रेन में ही रहकर अपने देश की स्वतंत्रता की रक्षा करने को लेकर प्रतिबद्ध नजर आये।
यूक्रेन पर साल भर पहले रूसी सैनिकों के धावा बोलने के बाद जेलेंस्की ने राष्ट्रपति कार्यालय के बाहर स्थित सुनसान सड़कों पर अपना एक वीडियो बनाया था, जिसमें उनके चार करीबी उनके पीछे खड़े देखे गये थे।
जेलेंस्की ने कीव में बने रहने के अपने संकल्प की घोषणा करते हुए कहा था, ‘‘हम सभी यहां हैं।’’ साथ ही, उन्होंने यूक्रेन की स्वतंत्रता की रक्षा करने की प्रतिबद्धता जताई।
युद्ध की शुरूआत से ही जेलेंस्की ने यूक्रेनवासियों को लड़ने के लिए प्रेरित किया है।
उन्होंने उन्हें उम्मीद दी।
पिछले एक साल में कई मौकों पर उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किये गये वीडियो में राष्ट्र को संबोधित किया।
युद्ध के सारे खौफ के बावजूद जेलेंस्की का अब भी मानना है कि यूक्रेन खुद की रक्षा कर सकता है।
युद्ध की शुरूआत में एक वीडियो में जेलेंस्की के पीछे खड़े नजर आये चार लोगों में शामिल उनके सलाहकार मायखैलो पोदोलयांक ने कहा, ‘‘युद्ध ने यह प्रदर्शित किया है कि यूक्रेन में कई लोग उनके (जेलेंस्की के) समान ही मजबूत इच्छा शक्ति रखते हैं।देश को नहीं तोड़ा जा सकता क्योंकि कई लोग इसे विखंडित किये जाने के सदा खिलाफ रहेंगे।