संयुक्त राष्ट्र ने सोमवार को एक सम्मेलन में यमन में लाखों लोगों की पीड़ा खत्म करने के लिए 4.3 अरब डॉलर की सहायता देने का अनुरोध किया।
यमन में आठ साल से चल रहे गृह युद्ध ने दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट पैदा कर दिया है।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय या ‘ओसीएचए’ के अनुसार यमन में 2.1 करोड़ से अधिक लोग या देश की आबादी के दो-तिहाई लोगों को मदद तथा सुरक्षा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यमन में मानवीय आवश्यकता ‘‘हैरान’’ करने वाली हैं।
उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों में से 1.7 करोड़ से अधिक लोग कमजोर हैं।
जिनेवा में सोमवार की उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन स्वीडन, स्विट्जरलैंड और संयुक्त राष्ट्र ने किया।
जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने सोमवार को कहा कि उनका देश 12.7 करोड़ डॉलर की मदद देगा। उन्होंने जिनेवा में पत्रकारों से कहा, ‘‘यह भयानक मानवीय आपदा ऐसी है जिससे दुनिया बार-बार और लगभग हर बार अपनी आंख मूंद लेती है।’’
संयुक्त राष्ट्र को यमन में अपने मानवीय सहायता पहुंचाने के अभियन के तहत 2022 में 2.2 अरब डॉलर की निधि मिली थी। इस बार उसने इससे लगभग दोगुना निधि देने का अनुरोध किया है।