संयुक्त राष्ट्र समर्थित जांच आयोग के मुताबिक रूसी सैनिकों ने यूक्रेन में आम नागरिकों पर हमला किया जिनमें कब्जे वाले इलाकों में व्यवस्थागत तरीके से यताना देना और हत्या करना शामिल है और यह संभवत: मानवता के खिलाफ अपराध है। यह रिपोर्ट बृहस्पतिवार को जारी की गई।
यूक्रेन के मारियूपोल शहर स्थित थियेटर जिसमें सैकड़ों लोगों ने आश्रय लिया था पर किए गए हवाई हमले के करीब एक साल बाद जारी व्यापक मानवाधिकार रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक स्थायी सदस्य की असमान्य तरीके से निंदा की गई है।
मानवता के खिलाफ संभावित अपराधों का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट में यूक्रेन की अवसंरचना पर हो रहे लगातार हमले का हवाला दिया गया है जिसकी वजह से लाखों लोगों को सर्दी में बिना बिजली और ऊष्मा साधनों के रहना पड़ा। रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि रूस द्वारा कब्जा किए गए कई इलाकों में ‘‘ वृहद पैमाने पर और व्यवस्थागत’’ तरीके से यातना का इस्तेमाल किया गया।
उल्लेखनीय है कि जांच आयोग सबसे मजबूत हथियार है जिसका इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्र समर्थित मानवाधिकार परिषद दुनिया भर में उत्पीड़न और कानूनों के उल्लंघन की जांच करने के लिए करती है।
जांच रिपोर्ट बृहस्पतिवार को जारी की गई। इस जांच आयोग का गठन पिछले साल यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद बुलाई गई आपात बैठक के दौरान किया गया था। आयोग के तीन सदस्य स्वतंत्र मानवाधिकार विशेषज्ञ थे।