अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के मिशन ने अपने कार्यों की समीक्षा शुरू की है और अफगान कर्मचारियों को 5 मई तक कार्यालय में नहीं आने के लिए कहा है। बता दें कि तालिबान प्रशासन ने अपनी महिला कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया है। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले हफ्ते कहा था कि तालिबान प्रशासन ने सूचित किया था कि अफगान महिलाएं वैश्विक संगठन के लिए काम नहीं कर पाएंगी। तालिबान ने आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
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यूएन ने पिछले हफ्ते कहा था कि 2021 में सत्ता में आए तालिबान ने संचार किया था कि अफगान महिलाएं वैश्विक संगठन के लिए काम नहीं कर पाएंगी। तालिबान के अधिकारियों ने आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं की है। संयुक्त राष्ट्र मिशन ने एक बयान में कहा कि इस प्रतिबंध के माध्यम से तालिबान वास्तव में अधिकारियों ने संयुक्त राष्ट्र को अफगान लोगों के समर्थन में रहने और देने के बीच एक भयावह विकल्प बनाने और उन मानदंडों और सिद्धांतों पर खड़े होने के लिए मजबूर करने की कोशिश की है, जिन्हें हम बनाए रखने के लिए बाध्य हैं।
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संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि आदेश को लागू करने से वह अपने चार्टर का उल्लंघन करेगा। इसने 3,000 कर्मचारियों पुरुषों और महिलाओं को 5 मई तक घर में रहने के लिए कहा है। संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में अपनी मौजूदगी की समीक्षा कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वह इस फैसले को स्वीकार नहीं कर सकता और यह महिलाओं के अधिकारों का घोर उल्लंघन है।