संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने सूडान पर नियंत्रण को लेकरयुद्धरत दो जनरल के बीच एक संघर्ष विराम होने के बावजूद देश से और अधिक लोगों का विस्थापन होने की मंगलवार को आशंका जताई।
इस लड़ाई ने अफ्रीकी देश में अव्यवस्था पैदा कर दी है।
शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) की प्रवक्ता ओल्गा सरादो ने मंगलवार को कहा कि देश में 15 अप्रैल को झड़पें शुरू होने के बाद से कम से कम 20,000 सूडानियों ने भाग कर चाड में शरण ली है और करीब 4,000 दक्षिण सूडानी शरणार्थी स्वदेश लौट गये हैं, जो सूडान में रह रहे थे।
उन्होंने इस आंकड़े के बढ़ने की आशंका जताई।
यूएनएचसीआर ने यह उल्लेख किया कि अज्ञात संख्या में सूडानी नागरिक मिस्र पहुंच रहे हैं।
उन्होंने जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र की एक ब्रीफिंग में कहा, ‘‘लड़ाई से देश के अंदर-बाहर और भी विस्थापन होने की आशंका है।’’
उल्लेखनीय है कि 80,000 से अधिक दक्षिण सूडानी शरणार्थी सूडान में रह रहे हैं, जिसका एक चौथाई हिस्सा राजधानी खार्तूम में रह रहा है, जहां वे लड़ाई से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने कहा है कि लड़ाई ने हजारों गर्भवती महिलाओं के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इनमें 24,000 ऐसी महिलाएं भी शामिल हैं, जिनका आगामी हफ्तों में प्रसव होना है।
इंटरनेशनल कमेटी ऑफ रेड क्रॉस ने रमजान के आखिरी हफ्ते में हुए संघर्ष विराम का स्वागत किया है। इस कदम ने सैकड़ों राजनयिकों, सहायताकर्मियों और अन्य विदेशियों की निकासी का मार्ग प्रशस्त किया।