क्या एलियंस होते हैं, ये एक ऐसा सवाल है जिसने वैज्ञानिकों को सबसे ज्यादा परेशान किया है। वैज्ञानिक सदियों से धरती से परे जीवन की खोज में लगे हैं। लेकिन अभी तक इसको लेकर कोई पुख्ता साक्ष्य हासिल नहीं हो सके हैं कि एलियंस वाकई में हैं भी या नहीं। हालांकि वक्त वक्त पर कई लोगों की तरफ से उड़न तश्तरी और यूएफओ के साथ ही एलियंस को देखने का दावा भी किया जाता रहा है, लेकिन इसका कोई प्रमाण अभी तक नहीं मिला है। एलियंस को लेकर ताजा बहस अमेरिका के पूर्व खुफिया अधिकारी के दावे के बाद शुरू हो गई है। उन्होंने दावा किया है कि अमेरिकी सरकार के पास अनआइडेंटिफाइड फ्लाइंग ऑब्जेक्ट के सबूत के तौर पर आशंक रूप से एलियन के क्रॉफ्ट हैं।
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द डेब्रीफ की एक रिपोर्ट के अनुसार व्हिसलब्लोअर डेविड चार्ल्स ग्रुश अफगानिस्तान में एक लड़ाकू अधिकारी थे और यूएस नेशनल जियोस्पेशियल-इंटेलिजेंस एजेंसी (एनजीए) और यूएस नेशनल टोही ऑफिस (एनआरओ) के अधिकारी भी रह चुके हैं। उन्होंने अमेरिकी रक्षा विभाग के अंदर अज्ञात एयरोस्पेस घटना (यूएपी) के विश्लेषण का नेतृत्व किया, जो यूएफओ के लिए आधिकारिक शब्द है। उन्होंने आरोप लगाया है कि संयुक्त राज्य अमेरिका के पास एक विमान है जो गैर-मानव मूल का है। ग्रश ने द डेब्रीफ को बताया कि अमेरिकी सरकार, उसके सहयोगी और रक्षा अनुबंध कई दशकों से इन एयरक्राफ्ट की जानकारी को अवैध रूप से रोक रही है।
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दो मीडिया आउटलेट्स से बात करते हुए, ग्रुश ने प्रोटोकॉल का पालन किया और रक्षा विभाग के रक्षा कार्यालय के पूर्व प्रकाशन और सुरक्षा समीक्षा के साथ एक सुरक्षा समीक्षा पूरी की। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के पूर्व अधिकारी का कहना है कि उन्होंने कांग्रेस को एयरक्रॉफ्ट के बारे में सिलसिलेवार जानकारी दी है। जिसकी वजह से उन्हें सरकारी अधिकारियों के प्रतिशोध झेलना पड़ा। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी खुफिया विभाग में 14 साल की लंबी नौकरी के बाद उन्होंने अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था।