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India America Economic Relations | अमेरिकी सीनेटर और व्यापार जगत ने भारत-अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों की वकालत की

वाशिंगटन। अमेरिका के दो प्रभावशाली सीनेटर के साथ-साथ व्यापार जगत के दिग्गजों ने भारत के साथ रक्षा क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत बनाने का आह्वान किया है।
सीनेटर स्टीव डैनेस ने सोमवार को कहा, हम चाहते हैं कि भारत और अमेरिका के बीच गहरे संबंध हो और साथ दी दोनों देश बहुत अच्छे मित्र बनें।
डैनेस, यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक एंड पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान जॉन चैंबर्स और सीनेटर डैन सुलिवन साथ मौजूद थे।

भारत और अमेरिका के बीच गहरे संबंध हो 

मोंटाना के सीनेटर ने कहा, मुझे लगता है कि वैश्विक स्तर पर यह बहुत जरूरी है कि हमें साफ-साफ पता हो कि अच्छे लोग कौन हैं और हम उनके साथ संबंधों को कैसे बनाए रखना चाहते हैं या फिर संबंधों को कैसे मजबूत करना चाहते हैं। अच्छे लोगों से मतलब अमेरिका और भारत है।
डैनेस ने कहा, भारत के साथ हमारे संबंधों पर चीन की नजर है। 

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सीनेटर डैन सुलिवन ने कहा कि बहुत से देश ऐतिहासिक शिकायतों का शिकार हैं।
उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह नया युग वास्तव में सत्तावादी आक्रामकता के युग की वापसी है, जो आने वाले वर्षों और दशकों तक हमारे साथ रहने वाला है।
उन्होंने अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के समूह का जिक्र करते हुए कहा कि क्वाड के विभिन्न क्षेत्रों में संबंधों को गहरा, व्यापक और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है।

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तानाशाही विचारधारा से प्रभावित देशों पर साधा निशाना

यूएसआईएसपीएफ के अध्यक्ष जॉन चैंबर्स ने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमता यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) दोनों देशों को एक साथ आने और आगे क्या होने वाला है, इसका पूरा दृष्टिकोण प्रदान करता है।
उन्होंने कहा, यह पहचानना वाकई जरूरी है कि हम सत्तावादी आक्रामकता के एक ऐसे नये युग में हैं,जिसका अगुवाई शी चिनफिंग व पुतिन और ईरान में अयातुल्ला तथा उत्तर कोरिया में किम जोंग-उन कर रहे हैं। वे सभी एक साथ काम कर रहे हैं।

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