अमेरिका के वित्त विभाग के अधिकारियों ने अपने भारतीय समकक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में द्विपक्षीय आर्थिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान दोनों देशों में व्यापक आर्थिक दृष्टिकोण, वैश्विक ऋण चुनौतियां और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के मुद्दों पर बात की गई।
वित्त विभाग ने अमेरिका-भारत की नौवीं आर्थिक एवं वित्तीय साझेदारी (ईएफपी) के बाद तीसरी उप-मंत्रिस्तरीय अनुवर्ती बैठक के बाद कहा कि मंगलवार को हुई चर्चाएं सार्थक रहीं और इससे अगली मंत्री-स्तरीय अमेरिका-भारत ईएफपी बैठक की तैयारी में मदद मिलेगी।
अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व अंतर्राष्ट्रीय वित्त के सहायक सचिव ब्रेंट नीमैन ने किया और भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी अनंत नागेश्वरन ने किया।
बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।
वित्त विभाग ने बयान में कहा, “चर्चा में विभिन्न आर्थिक और वित्तीय मुद्दों को शामिल किया गया।
इनमें अमेरिका और भारत में व्यापक आर्थिक दृष्टिकोण, वैश्विक ऋण चुनौतियां, नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण, वित्तीय सेवाएं और भारत के तेज भुगतान मंच को जोड़ने का अनुभव शामिल था।