केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की 20 साल पहले इसी तारीख को 2002 के गुजरात दंगों के दौरान हुई हत्या मानवता के प्रति संघ परिवार के ‘‘घृणास्पद तिरस्कार’’ की याद दिलाती है।
विजयन ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और संबद्ध संगठनों पर निशाना साधा तथा जाफरी के साथ हुई घटना को याद करते हुए उनकी पत्नी जकिया जाफरी की न्याय की लड़ाई में समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
केरल के मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व सांसद एहसान जाफरी की स्मृति 2002 के गुजरात दंगों पर हमारे आक्रोश को प्रज्वलित करती है, जो संघ परिवार के मानवता के लिए घृणास्पद तिरस्कार की याद दिलाती है। न्याय की लड़ाई में जकिया जाफ़री के साथ खड़े हों और इन अपराधों के लिए जवाबदेही की मांग करें।’’
उन्होंने संघ परिवार की ‘‘आक्रामक सांप्रदायिकता’’ के खिलाफ जकिया की लड़ाई में उनके साथ एकजुट होने के लिए फेसबुक पर एक संदेश भी पोस्ट किया।
विजयन ने फेसबुक पर अपने पोस्ट में दावा किया कि 28 फरवरी, 2002 को संघ परिवार के दंगाइयों ने अहमदाबाद में गुलबर्ग सोसाइटी पर हमला किया और कॉलोनी के निवासियों ने जाफरी के घर में शरण मांगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दौरान भीड़ के हमले में जाफरी समेत 69 लोग मारे गए।
उन्होंने कहा कि जाफरी की पत्नी को नरसंहार में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी लड़ाई शुरू किए 20 साल बीत चुके हैं, लेकिन उन्हें आज तक न्याय नहीं मिल पाया है।