विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वह कैरेबियाई देश हैती में बिगड़ती कानून व्यवस्था के मद्देनजर अपने 90 नागरिकों को निकालने पर विचार कर रहा है।
हैती के संकटग्रस्त प्रधानमंत्री एरियल हेनरी को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के उद्देश्य से विभिन्न गिरोहों ने देश के प्रमुख प्रतिष्ठानों पर समन्वित हमले शुरू किए हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने अपने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि हैती में 75 से 90 भारतीय मौजूद हैं जिनमें से लगभग 60 ने ‘जरूरत पड़ने पर’ भारत लौटने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ पंजीकरण कराया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी को वहां से निकालने के लिए तैयार हैं।’’
हैती में भारत का दूतावास नहीं है और देश की स्थिति पर डोमिनिकन गणराज्य की राजधानी सैंटो डोमिंगो स्थित भारतीय मिशन के माध्यम से निगरानी रखी जा रही है।
विदेश मंत्रालय ने पहले ही सैंटो डोमिंगो के साथ-साथ नयी दिल्ली में नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिया है और आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
सैंटो डोमिंगो स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वह हैती की राजधानी पोर्ट-ऑ-प्रिंस और देश के अन्य हिस्सों में मौजूद सभी भारतीयों के संपर्क में है।
जयसवाल ने कहा, ‘हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम (भारतीयों को) निकालने के लिए तैयार हैं।’’
हैती में आपराधिक गिरोहों ने पुलिस थानों, अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और कुछ कारागारों सहित देश के विभिन्न प्रतिष्ठानों पर हमले किए।
हैती में भारतीय समुदाय में डॉक्टर, इंजीनियर और तकनीशियन और कई मिशनरी शामिल हैं।