अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आगामी प्रेसिडेंट इलेक्शन में हिस्सा नहीं लेंगे। देश और पार्टी हित में बाइडेन ने ये फैसला लिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति चुनना मेरा सबसे अच्छा फैसला था। कमला को डेमोक्रेट कैंडिडेट बनाने के लिए मेरा पूर्ण समर्थन हैं। इसके साथ ही जो बाइडेन ने ऐलान किया है कि सारे डेमोक्रेट एक साथ आकर ट्रंप को हराए। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव अभियान के आखिरी आठ दिन महाकाव्यात्मक स्तर का नाटक साबित हुए हैं। जो बाइडेन 1968 में लिंडन बी जॉनसन के बाद संभावित पुनर्निर्वाचन से हटने वाले पहले मौजूदा राष्ट्रपति बन गए। वैसे बाइडेन के आखिरी क्षण में पीछे हटने का फैसला संयोग नहीं एक सोचा समझा प्रयोग है जिसकी तैयारी पिछले कुछ हफ्तों से की जा रही थी। जब राष्ट्रपति जो बाइडेन 2021 में इस पद पर काबिज हुए थे तो उस वक्त भी वो अमेरिका के इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति थे। उसके बाद से उनकी सेहत जिसका आज हवाला दिया जा रहा है लगातार बिगड़ रही थी। लेकिन इसके बावजूद डेमोक्रेट पार्टी ने इस बार भी उन्हें चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार बनाया। प्लान यही है कि इसी तरह से टाइम खींचना है। अगस्त के महीने में एक नए उम्मीदवार की एंट्री होगी। ताकी सितंबर-अक्टूबर का टाइम उस उम्मीदवार के खिलाफ बहुत ज्यादा चर्चा नहीं हो पाएगी। एक नए उम्मीदवार को राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ लड़ाया जाएगा। इस दौरान जो बाइडेन अपने पद पर बने रहेंगे। अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति को अपना कार्यभार सौंपेंगे।
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फैसला कैसे लिया गया
बाइडेन शनिवार को रिहोबोथ बीच पर सलाहकारों के साथ थे। यहां उनकी सलाहकारों से मंत्रणा चल रही थी। एनी टोमासिनी, एंथनी बरनाल, स्टीव रिसेटी उनके साथ मौजूद थे। रविवार को कमला हैरिस, जेफ जिन्ट्स को फैसले की सूचना दे दी गई थी। उसके बाद पूरी दुनिया के सामने ये खबर आई। व्हाइट हाउस, कैंपेन कमेटी को 1:45 बजे कॉल किया गया। रविवार को 1:46 बजे उम्मीदवारी छोड़ने का पत्र जारी होता है। फैसले में कहा गया कि मैंने नामांकन स्वीकार नहीं करने का फैसला किया है। बाकी कार्यकाल में राष्ट्रपति पद पर ऊर्जा केंद्रित करूंगा। यानी यहां पर बाइडेन ये भी बता रहे हैं कि वो फिलहाल कोई इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं। वो अपना कार्यकाल पूरा करेंगे। वो ये भी कहते हैं कि कमला हैरिस को उपराष्ट्रपति चुनना मेरा सबसे अच्छा फैसला। कमला को डेमोक्रेट कैंडिडेट बनाने के लिए पूर्ण समर्थन है। इसका सीधा मतलब है कि वो चाहते हैं कि कमला हैरिस उनकी जगह चुनाव में उतरे। अपली भी कर रहे हैं कि डेमोक्रेट्स एक साथ आएं और ट्रंप को हराएं।
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क्यों लिया फैसला?
बढ़ती उम्र का असर जिसकी वजह से ये फैसला लिया गया।
अक्सर बीमार भी रह रहे थे और अभी हाल फिलहाल कोरोना की भ शिकायत आई।
खबर ये भी थी कि अपनी खराब सेहत की वजह से 24 घंटे में वो सिर्फ 5 घंटे काम कर पा रहे हैं।
3 बार कोरोना से भी प्रभावित हुए, जिसके चलते भी कामकाज में दिक्कत हुई।
भूलने को लेकर कई बार ट्रोल हुए। तमाम वीडियो आपने भी जो बाइडेन के सोशल मीडिया के जरिए देखें होंगे। जिसमें वो बहुत कुछ भूलते नजर आ रहे हैं।
प्रेसिडेंशियल डिबेट में ट्रंप आगे निकल गए। ये भी अपने आप में एक बड़ी वजह है।
अपने कार्यकाल भी उपलब्धियां भी गिनाई
साढ़े तीन साल में हमने देश के तौर पर महान तरक्की की।
उनके लीडरशिप में आज अमेरिका दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था है।
अमेरिकियों के स्वास्थ्य के लिए अफोर्डेबल हेल्थ केयर लेकर आए।
पिछले 30 साल में पहली बार गन सेफ्टी लॉ पास किया।
अमेरिका आज जितना बेहतर स्थिति में है उतना पहले कभी नहीं रहा।
हम साथ रहकर सबसे खराब इकोनॉमिक क्राइसिस से उबरे।
हमने दुनियाभर में अपने सहयोगियों को मजबूत किया।
प्रेसिडेंट के रूप में देश की सेवा करना सबसे बड़ा सम्मान है।
टीम की एक्स्ट्रा ऑडिनरी पार्टनर कमला हैरिस को भी धन्यवाद दिया।
मेरा ये विश्वास है कि ऐसा कुछ नहीं है जो अमेरिका नहीं कर सकता है।