भारत ने एक ऐसा कारनामा कर दिया है जिसने कई देशों की धड़कनों को रोक दिया है। भारत ने अपनी ही एक मिसाइल दागी, उसका पीछा किया और आसमान में उसे उड़ा दिया। भारत ने आसमान में एक नया इतिहास रच दिया है। आसमान में ये कारनामा करते वक्त जमीन से 10 हजार लोगों को शिफ्ट कर दिया गया। दरअसल, भारत ने एक परीक्षण किया है जो 100 प्रतिशत सफल हो गया है। डीआरडीओ ने ओडिशा के बालासोर स्थित अब्दुल कलाम आइलैंड से एक मिसाइल दागी। फिर उसी मिसाइल को स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम से रोक दिया। डीआरडीओ ने पहले पृथ्वी-2 न्यूक्लियर बैलेस्टिक मिसाइल दागी। हालांकि इस मिसाइल में कोई न्यूक्लियर हेड नहीं लगा हुआ था।
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पृथ्वी मिसाइल को शाम 4 बजकर 20 मिनट पर लॉन्च किया गया। एडी-1 मिसाइल एक अद्यतन विमानभेदी मिसाइल है। जिसकी मदद से भारत भविष्य में देश की ओर आने वाली किसी भी मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर देगा। इस मिसाइल की दो सीरीज एडी-1 और एडी-2 हैं। दोनों नों मिसाइलें दुश्मन की मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों (IRBMs) को नष्ट कर सकती हैं। यह 5000 किमी तक की रेंज वाली मिसाइलों को नष्ट करने में सक्षम है। इसमें अमेरिका की टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) मिसाइल के समान रक्षा प्रणाली है। जब वे दुश्मन की मिसाइलों को आते देखेंगे तो वे गोलीबारी करेंगे। वे उन्हें उनकी जमीन से 1000 से 3000 किलोमीटर के अंदर ही नष्ट कर देंगे।
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बताया गया कि उड़ान परीक्षण के दौरान सभी परीक्षण लक्ष्यों को शत प्रतिशत प्राप्त किया गया जिससे संपूर्ण नेटवर्क केंद्रित युद्ध अस्त्र प्रणाली की पुष्टि हुई। मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज में किया गया। ये परीक्षण भारत की बैलेस्टिक मिसाइल रक्षा प्रणाली (बीएमडी) की क्षमताओं का आकलन करने के लिए महत्वपूर्ण था। बीएमडी का उद्देश्य देश को दुश्मन की आने वाली बैलेस्टिक मिसाइलों से बचाना है।
Phase II Ballistic Missile Defence System successfully flight tested today, meeting all the trial objectives validating complete network centric warfare weapon system consisting of LR sensors, low latency communication system & Advance Interceptor missiles pic.twitter.com/NarnAtzose
— DRDO (@DRDO_India) July 24, 2024