जापान और भारत की दोस्ती लगातार मजबूत होती जा रही है और मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। जब 2017 में ये डील साइन हुई थी तब भारत ने जापान से शिंकानसेन ई 5 बुलेट ट्रेन मांगी थी। लेकिन अब जापान में भारत के लिए और भी लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाली ई 10 बुलेट ट्रेन अप्रूव कर दी है। ये दिखाता है कि जापान भारत को सिर्फ एक ग्राहक नहीं बल्कि भरोसेमंद दोस्त और पार्टनर मानता है। भारत और जापान की दोस्ती आज की नहीं है। दिल्ली मेट्रो की शुरुआत में भी जापान की बहुत बड़ी भूमिका रही है। 1997 में भारत और जापान के बीच एक समझौता हुआ था। जिसमें जापान ने दिल्ली मेट्रो के लिए 60 प्रतिशत फंडिंग दी थी। 2002 में दिल्ली मेट्रो का पहला फेज सिर्फ चार साल में पूरा हो गया। फिर इसका उद्घाटन हुआ। दिल्ली मेट्रो की सफलता के बाद भारत ने जापान के साथ बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को भी आगे बढ़ाने का फैसला किया।
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क्यों लेट हुआ प्रोजेक्ट
मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को 2023 तक पूरा होना था। लेकिन ये प्रोजेक्ट लेट हो गया। इसके पीछे की वजहें महाराष्ट्र और गुजरात में जमीन अधीग्रहण के विवाद को बताया गया। एक बड़ा राजनीतिक कारण ये भी रहा कि महाराष्ट्र सरकार में बार बार बदलाव होते रहे और इसका असर प्रोजेक्ट पर भी पड़ा। कोविड महामारी के दौरान कंस्ट्रक्शन काफी धीमा हो गया। अब जब ये प्रोजेक्ट तेजी से आगे बढ़ रहा है तो जापान ने भारत के लिए एक स्पेशल तोहफा दिया है। भारत ने 2017 में ई 5 बुलेट ट्रेन की डिमांगडकी थी जो उस समय जापान में ऑपरेट हो रही थी। लेकिन अब जापान ने भारत को ई 10 मॉडल अप्रूव कर दिया है जो स्पीड, टेक्नोलॉजी और सेफ्टी में और भी एडवांस हो गया। ये ट्रेन 2029-30 में भारत और जापान दोनों में एक साथ लॉन्च हो जाएगी।
ई 5 और ई 10 में क्या अंतर है
शिंकानसेन ई5 की मैक्सिम स्पीड 320 किमी प्रति घंटे है। हालाँकि, शिंकानसेन E10 की शुरूआत पर सहमति हो गई है, जो 400 किमी प्रति घंटे की शीर्ष गति के साथ एक बेहतर संस्करण पेश करता है। ई5 श्रृंखला एक जापानी शिंकानसेन हाई-स्पीड ट्रेन है जो 5 मार्च, 2011 से तोहोकू शिंकानसेन सेवाओं पर पूर्वी जापान रेलवे कंपनी द्वारा संचालित है। जापान की अपनी मातृभूमि और भारत में एक साथ E10 मॉडल लॉन्च करने की इच्छा हाई-स्पीड रेल नवाचार में एक ऐतिहासिक कदम का प्रतीक है। भारत को दो E10 बुलेट ट्रेन मॉडल मिलने की उम्मीद है।
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भारत और जापान के बीच एक बड़ी समानता
भारत और जापान एशिया के दो अलग-अलग देश हैं और दोनों देशों के बीच लगभग 6 हजार किलोमीटर की दूरी है। हालांकि भारत और जापान के बीच एक बहुत बड़ी समानता ये है कि दोनों देशों की सीमाएं चीन से लगती हैं। चीन भारत की तरह जापान को भी एक प्रतिद्ववंदी देश के तौर पर देखता है। भारत क्षेत्रफल के मामले में जापान से लगभग 10 गुना बड़ा है। जापान का क्षेत्रफल 307700 वर्ग किलोमीटर जबकि भारत का क्षेत्रफल 3208700 वर्ग किलोमीटर। जापान क्षेत्रफल के मामले में लगभग भारत के राज्य राजस्थान के बराबर है।
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