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India-Bangladesh Border पर क्या हो रहा है? दिल्ली में जुटने वाले हैं बीएसएफ और बीजीबी के DG

भारत-बांग्लादेश के 4096 किलोमीटर लंबे बॉर्डर शेयर करते हैं और इसे रेड क्लिफ लाइन कहा जाता है। रेड क्लिफ नाम सर सिरिल रेड क्लिफ से आया। ये उस कमेटी के मुखिया थे, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान की सरहद खींची। असम, पश्चिम बंगाल, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा पांच राज्यों से बांग्लादेश की सीमा लगती है। किलोमीटर के हिसाब से भारत इससे बड़ी सीमा किसी के साथ शेयर नहीं करता है। अब इसी पर मतभेद शुरू हुए हैं। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार में गृह मामलों के सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) मोहम्मद जहांगीर आलम चौधरी ने एक बयान दिया। इन्होंने कहा कि भारत के साथ बात करते हुए इस बार हमारी टोन अलग होगी। लहजा अलग होगा और हम मजबूती से अपना पक्ष रखेंगे। उन सभी समझौतों को तोड़ेंगे जिनमें बराबरी नहीं है। बात कूटनीतिक तौर पर ही होगी लेकिन हम कहीं पर भी झुकेंगे नहीं। 

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दरअसल, बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के डीजी की मीटिंग अगले महीने फरवरी में होना तय माना जा रहा है। यह 17-20 फरवरी को सीजीओ कांप्लेक्स स्थित बीएसएफ हेडक्वॉर्टर मे होगी। बांग्लादेश में पिछले साल शेख हसीना सरकार के सत्ता परिवर्तन होने के बाद जीजो के बीच यह पहली बैठक होगी। सूत्रों ने बताया कि तारीख में कोई बदलाव नही हुआ तो अभी तक के शेड्यूल के हिसाब से दोनों फोर्सेज के बीच तैयारियां की जा रही है। बैठक का अजेंडा सीमा पर बाड़ लगाना, घुसपैठ रोकना, मानव और अन्य तरह की तस्करी रोकने जैसे मुद्दे होगे। इनमे सबसे टॉप पर 4096 किलोमीटर लंबे बॉर्डर की पांच लोकेशन पर भारत द्वारा सिंगल से वाली फेसिंग लगाना रहेगा। यह सीमा पर 150 गज के दायरे में 92 जगह लगाई जा रही है। लेकिन बांग्लादेश द्वारा कड़ी आपत्ति जाहिर करने के बाद भारत की तरफ से बांग्लादेश के मालदा और दिनाजपुर समेत तीन लोकेशन पर फेसिंग लगाने का काम फिलहाल रुका हुआ है।

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1975 से चली आ रही है बैठक
बीएसएफ-बीजीबी के बीच डीजी मीट 1975 से चली आ रही है। 1975 से 1992 तक यह साल मे एक बार होती थी, लेकिन 1993 से साल मे दो बार होने लगी। एक बार यह बाग्लादेश मे और एक बार भारत मे होती रही है। बाग्लादेश मे पिछले साल शेख हसीना सरकार के सत्ता परिवर्तन के बाद यह मीटिंग नवंबर 2024 में नही हो सकी थी। लेकिन अब दोनो देश अपनी-अपनी फोर्सेज के चीफ के साथ इस मीटिंग को कराने के लिए सहमत हो रहे है। इस बार भारत बैठक का मेजबान है इसलिए BSF ने अपने स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी है।

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