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Prabhasakshi Exclusive: Israel-Hamas Conflict में क्या है ताजा अपडेट, क्या संघर्षविराम के बढ़ रहे हैं आसार?

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) से जानना चाहा कि इजराइल-हमास संघर्ष थमवाने के लिए कई देश प्रयास कर रहे हैं क्या उन्हें सफलता मिल सकती है? जिस तरह इजराइल लेबनान में हिज्बुल्ला के ठिकानों पर हमला कर रहा है उससे क्या इस युद्ध का विस्तार होता हुआ नजर आ रहा है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि इजराइल अपना लक्ष्य हासिल किये बिना मानेगा नहीं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक चीज और दिख रही है कि पश्चिमी देश इजराइल को युद्धविराम के लिए कह तो रहे हैं लेकिन ऐसा लगता है कि वह यह बात आधे अधूरे मन से कह रहे हैं।
ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा लाल सागर पर युद्ध का प्रभाव और अधिक बढ़ गया है क्योंकि अमेरिका और ब्रिटेन ने यमन में हूती विद्रोहियों के बढ़ते हमलों का जवाब उनके ठिकानों पर लक्षित हमला करके दिया है। उन्होंने कहा कि यदि यमनी विद्रोहियों की मदद के लिए ईरान खुल कर आया तो इस युद्ध का विस्तार होने का अंदेशा है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जहां तक संघर्षविराम की संभावना की बात है तो उस पर इज़रायली प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि इज़रायल ने मध्यस्थ कतर के साथ एक समझौता किया है जो गाजा पट्टी में इज़रायली बंधकों को दवाएं मुहैया करायेगा। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि बात दवाओं से आगे बढ़े और फिर से दोनों तरफ से बंधकों की अदला बदली हो और कुछ दिन के लिए युद्ध रुके। 

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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि इसके अलावा गाजा में नया संकट यह है कि पूरे क्षेत्र में इंटरनेट और दूरसंचार सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि वहां के मुख्य ऑपरेटर ने कहा है कि फ़िलिस्तीनी क्षेत्र पर इज़रायली बमबारी के परिणामस्वरूप गाजा में सभी इंटरनेट और दूरसंचार सेवाएं काट दी गईं। उन्होंने कहा कि गाजा को फिर से ब्लैक आउट कर दिया गया है जिससे पहले से ही प्रभावित लोगों का जीवन और मुश्किलों से घिर गया है। उन्होंने कहा कि फिलहाल राहत की बात यह है कि इजराइली बल उस तरह से हर जगह बमबारी कर निर्दोषों की जान नहीं ले रहे हैं जैसा कि कुछ समय पहले तक वह करते दिख रहे थे। उन्होंने कहा कि इस समय पुख्ता सूचना के आधार पर ही लक्षित हमले किये जा रहे हैं।

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