फ्रांस की अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद आज संयुक्त राज्य अमेरिका पहुंचे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में दोबारा चुने जाने के बाद आज पहली बार डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करेंगे। यह बैठक और भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रमुख घोषणाओं की पृष्ठभूमि में हुई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि तथ्य यह है कि प्रधान मंत्री को नए प्रशासन के कार्यभार संभालने के बमुश्किल तीन सप्ताह के भीतर अमेरिका की यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया है, जो भारत-अमेरिका साझेदारी के महत्व को दर्शाता है और यह इस बात को भी दर्शाता है कि इस साझेदारी को अमेरिका में द्विदलीय समर्थन प्राप्त है।
इसे भी पढ़ें: अमेरिकी झंडा हटा लगाया गया तिरंगा, मोदी के होटल में हुआ तगड़ा खेल
मेक इन इंडिया: पीएम मोदी भारत के मेक इन इंडिया मिशन को आगे बढ़ाएंगे। जबकि ट्रम्प मेक अमेरिका ग्रेट के तहत कड़ी सौदेबाजी कर सकते हैं। पीएम मोदी को भारतीय पक्ष को मजबूती से रखेंगे।
वीजा: एच-1 बी वीजा जारी रखने व अन्य वीसा में वेटिंग टाइम घटाने का मुद्दा उठेगा। भारत कह चुका है कि इससे अवैध प्रवासियों पर प्रभावी रोक लगेगी।
बांग्लादेश: हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में यूनुस सरकार की विफलता पर मोदी-ट्रम्प पहले भी बयान दे चुके हैं।
इसे भी पढ़ें: अपने बड़े फैन से मिलेंगे मोदी, मस्क से मिलकर करेंगे बड़ा ‘धमाका’
आतंकवाद: अमेरिका में पिछले काफी समय से सक्रिय खालिस्तानी आतंकियों का मुद्दा भी भारत उठाएगा। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत पन्नू को डिपोर्ट करने पर चर्चा संभव।
गैंगस्टर: अमेरिका में छिपे गोल्डी बरार और अनमोल विश्नोई जैसे 12 गैंगस्टरों की सूची सौंपी जा सकती है। इनको सौंपने की मांग भी भारत करेगा।
डिफेंस: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ के साथ फोन पर वार्ता कर चुके हैं। 10 साल के व्यापक ढांचे पर काम की सहमति बन चुकी। मोदी-ट्रम्प वार्ता में नए रक्षा करार संभव हैं।