भारत में पोलैंड के राजदूत एडम बुराकोव्स्की ने भारत छोड़ने और दक्षिण अफ्रीका में अपना नया कार्यकाल शुरू करने से पहले कहा कि नई दिल्ली में बिताया गया समय उन्हें जीवन भर याद रहेगा और भारत को फिर से देखने की उम्मीद है। एएनआई से बात करते हुए बुराकोव्स्की ने हिंदी में कहा कि वह यहां परिवार के साथ बिताए अपने समय को याद रखेंगे और संजोएंगे। उन्होंने अपने कार्यकाल के बारे में भी बात की और कहा कि इस अवधि के दौरान, भारत और वारसॉ के बीच संबंध मजबूत हुए।
इसे भी पढ़ें: Khalistan समर्थकों की शर्मनाक हरकत: CM मान की बेटी से अमेरिका में की फोन पर गाली-गलौज, स्वाति मालीवाल ने भारतीय दूतावास से की ये अपील
पोलैंड के राजदूत ने कहा कि मेरा कार्यकाल पांच साल का था और इन पांच सालों के दौरान संबंध मजबूत हुए और अब हम और अधिक जुड़े हुए हैं। हमारे बीच अधिक आर्थिक सहयोग है और लोगों के बीच संबंध मजबूत हुए हैं। भारत से मेरा रिश्ता 26 साल का है, मैं पहली बार 1997 में एक टूरिस्ट के तौर पर भारत आया था। मैं पहले दिन से आपके देश से प्यार करता हूं। मैंने हिंदी सीखना शुरू किया और संस्कृति और राजनीति के इतिहास में दिलचस्पी लेने लगा और फिर मैं भारत में राजनीति विज्ञान का विद्वान और विशेषज्ञ बन गया। और भारत की मेरी सबसे अच्छी याद ये सभी 26 साल हैं।
इसे भी पढ़ें: एच-1बी वीजा धारकों के जीवनसाथी अमेरिका में काम कर सकते हैं : Court
उन्होंने कहा, “हम कुछ बहुत कठिन समय से गुजरे हैं। कोविड महामारी के दौरान, हमने एकजुटता दिखाई और हमने दिखाया कि कैसे हम वैश्विक समस्याओं से लड़ने के लिए मिलकर काम कर सकते हैं। दूत ने ऑपरेशन गंगा पर भी प्रकाश डाला, जहां पिछले साल फरवरी में रूस और यूक्रेन के बीच संकट के बाद पोलैंड ने यूक्रेन से भारतीय छात्रों को निकालने में मदद की थी।