प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि दुनिया को आज ऐसी सरकारों की जरूरत है जो समावेशी और भ्रष्टाचार से मुक्त हों। यूएई की यात्रा के दूसरे दिन दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि वर्षों से उनका मंत्र ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ रहा है। दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में पीएम मोदी ने कहा कि मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए। बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक दशक में हम दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गए। इसी अवधि में हमारी सौर ऊर्जा क्षमता 26 गुना बढ़ गई, हमारी नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता भी दोगुनी हो गई और हमने इस संबंध में अपनी पेरिस प्रतिबद्धताओं को समय सीमा से पहले ही पार कर लिया।
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दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट में पीएम मोदी ने कहा कि आज हम 21वीं सदी में हैं। एक तरफ दुनिया आधुनिकता की तरफ बढ़ रही है तो पिछली सदी से चले आ रहे चैलेंजेस भी उतने ही व्यापक हो रहे हैं। खाद्य सुरक्षा हो… स्वास्थ्य सुरक्षा हो… जल सुरक्षा हो… ऊर्जा सुरक्षा हो… शिक्षा हो… समाज को समावेशी बनाना हो… हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक दायित्वों से बंधी हुई है। दुबई जिस तरह से वैश्विक अर्थव्यवस्था, वाणिज्य और प्रौद्योगिकी का वैश्विक केंद्र बन रहा है, वह बहुत बड़ी बात है।