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Prabhasakshi Exclusive: Russia-Ukraine War ने लिया खतरनाक मोड़, Zelensky ने अपने रक्षामंत्री को किया बर्खास्त तो Putin ने भी बदली चाल

प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क के खास कार्यक्रम शौर्य पथ में इस सप्ताह हमने ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) जी से जानना चाहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के ताजा हालात क्या हैं? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने अपने हमले बढ़ाने के लिए नई योजना बनाई है और इसके लिए वह नये रक्षा मंत्री को भी लेकर आये हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यह कदम राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की द्वारा उन्हें हटाने और क्रीमिया के तातार से सांसद रुस्तम उमेरोव को नया रक्षा मंत्री नियुक्त करने की मंशा जताए जाने के बाद उठाया। उन्होंने कहा कि वैसे यह भी खबर है कि रक्षा मंत्रालय के सैन्य जैकेट की खरीद में घोटाले के आरोपों से घिरने के बाद ओलेक्सी रेजनिकोव को हटाया गया है। उन्होंने कहा कि रूस से युद्ध शुरू होने के बाद किसी को पद से हटाने का यह पहला मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम अकाउंट पर जो घोषणा की है उसमें उन्होंने लिखा है कि रेजनिकोव ने ‘‘550 दिनों से अधिक समय तक युद्ध की कमान संभाली और अब नए नेतृत्व की आवश्यकता है।

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ब्रिगेडियर श्री डीएस त्रिपाठी जी (सेवानिवृत्त) ने कहा कि दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी अपनी सेना में अधिकारियों के स्तर पर कई बड़े बदलाव किये हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को यह बदलाव इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि युद्ध की नीरसता आती जा रही है जिससे निबटने के लिए नये और युवा जोश की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा युद्ध में जिस तरह दोनों ओर से नये हथियार आ रहे हैं उसको देखते हुए भी रणनीति बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि एक बात साफ दिख रही है कि युद्ध अभी जहां का तहां स्थिर है। ना रूस आगे बढ़ पा रहा है ना ही यूक्रेन पीछे हट रहा है। उन्होंने कहा कि युद्धविराम के जो प्रयास शुरू हुए थे वह भी ठंडे पड़ चुके हैं इसलिए फिलहाल इस युद्ध के खत्म होने के आसार नहीं दिख रहे हैं क्योंकि दोनों ही देशों के राष्ट्रपति ने इसे प्रतिष्ठा का मुद्दा बना लिया है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा यूक्रेन की तरफ से एक तरह से पश्चिमी और नाटो देश ही युद्ध की कमान संभाल रहे हैं इसलिए जब तक वह नहीं चाहेंगे तब तक यह युद्ध खत्म नहीं होगा।

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