कौन होगा अमेरिका का अगला कमांडर इन चीफ? हम बात कर रहे हैं अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की जिसकी शुरुआत हो चुकी है। 5 नवंबर यानी आज करोड़ो लोग मतदान करके अपना नया राष्ट्रपति चुनेंगे। इस बार चुनाव में जीत किसकी होगी, गधे की या फिर हाथी की? ये सुनने में आपको थोड़ा अजीब लग रहा होगा लेकिन असल में ये डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के चुनाव चिन्ह हैं। कमला हैरिस की डेमोक्रेट पार्टी के चुनाव चिन्ह में गधे की तस्वीर है। जबकि डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन के चुनाव चिन्ह में हाथी की तस्वीर है।
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रेड, ब्लू और पर्पल स्टेट की कहानी क्या है
इसके पीछे की कहानी को जानने के लिए थोड़ा फ्लैशबैक में चलना होगा। साल 2000 में राष्ट्रपति चुनाव हो रहे थे। डेमोक्रेट अल गोर और रिपब्लिकन जॉर्ज डब्ल्यू बुश के बीच मुकाबला था। बुश बनाम गोर प्रतियोगिता चुनाव की रात को तय नहीं हुई थी। हफ्तों तक चली ये खींचतान आखिरकार सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर जाकर समाप्त हुई। यही वह समय था जब मीडिया ने मतदाताओं तक जो कुछ हो रहा था उसे बताने का एक सरल लेकिन प्रभावी तरीका ढूंढ़ा। जिसके बाद से ये चलन रेगुलर प्रैक्टिस में आ गया। लाल रंग रिपब्लिकन शासित राज्य, जबकि नीले राज्य डेमोक्रेटिक रूल स्टेट के लिए उपयोग किया गया था।
स्विंग स्टेट में ही लड़ाई
जो राज्य ज्यादातर रिपब्लिकन पार्टी को जिताते हैं उन्हें रेड स्टेट और जो डेमोक्रैटिक पार्टी को जिताते हैं उन्हें ब्लू स्टेट कहते हैं। उदाहरण के तौर पर टेक्सस रेड है और कैलिफॉर्निया ब्लू स्टेट है। वहीं, कुछ राज्य हैं जहां जहां दोनों पार्टियों के बीच काटे की टक्कर रहती है। इन्हें स्विंग स्टेट कहा जाता है, क्योकि ये किसी भी पार्टी की तरफ स्विंग कर सकते , यानी पलट सकते हैं। अमेरिका के 50 राज्यों और राजधानी वॉशिंगटन डीसी में कुल 538 इलेक्टोरेल वोट्स यानी सीटें हैं। अकेले स्विंग स्टेट ही 93 सीटें हैं, जबकि चुनाव जीतने के लिए ट्रंप या कमला को 270 सीटें जीतन जरूरी है। ऐसे में स्विंग स्टेट ही अमेरिक का राष्ट्रपति तय करते हैं।
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