जिस देश ने विश्व युद्ध में भी हिस्सा नहीं लिया। दोनों वर्ल्ड वॉर में अपना रुख तटस्थ रखा। जिसने पिछले एक-दो नहीं बल्कि 200 साल में कोई भी बड़ा युद्ध नहीं लड़ा हो। आखिरी बार 1814 में नॉर्वे के साथ जंग में भिड़ा था। लेकिन वो देश अचानक से क्या युद्ध में उतरने की तैयारी कर रहा है? जवाब हां है। स्वीडन की सरकार और सेना की ओर से स्वीडनवासियों को युद्ध के लिए तैयार रहने के आग्रह के कारण नॉर्डिक देश में अफरा-तफरी का मौहाल देखने को मिला। स्वीडन सरकार की ओर से कहा गया है कि स्वीडन में युद्ध की नौबत आ सकती है और निवासियों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। इस घोषणा के साथ ही नागरिकों के भी घबराहट देखने को मिली। ऐसे में आइए जानते हैं कि स्वीडन युद्ध की तैयारी क्यों कर रहा है?
इसे भी पढ़ें: Turkey, Sweden और Italy के Astronauts चार्टर्ड उड़ान से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना
नागरिक सुरक्षा मंत्री कार्ल-ऑस्कर बोहलिन ने एक रक्षा सम्मेलन में कहा कि स्वीडन में युद्ध हो सकता है। उनके संदेश का सैन्य कमांडर-इन-चीफ जनरल मिकेल बायडेन ने समर्थन किया, जिन्होंने कहा कि सभी स्वीडनवासियों को इस संभावना के लिए मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। हालाँकि, विपक्षी राजनेताओं ने चेतावनियों के लहजे पर आपत्ति जताई है। पूर्व प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने स्वीडिश टीवी को बताया कि हालांकि सुरक्षा स्थिति गंभीर है, ऐसा नहीं है कि युद्ध दरवाजे के ठीक बाहर है। बच्चों के अधिकार संगठन ब्रिस ने कहा कि उसकी राष्ट्रीय हेल्पलाइन पर आमतौर पर युद्ध की संभावना के बारे में कॉल नहीं आती हैं। लेकिन इस सप्ताह, उन युवाओं की चिंतित कॉलों में वृद्धि देखी गई, जिन्होंने टिकटॉक पर इसके बारे में बात करते हुए समाचार रिपोर्ट या पोस्ट देखी थीं।
इसे भी पढ़ें: Delhi: उपराज्यपाल ने आरोपी अधिकारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया
स्वीडन के नागरिक सुरक्षा मंत्री ने कहा कि उनका उद्देश्य लोगों की नींद ख़राब करना नहीं है, बल्कि वास्तव में क्या चल रहा है, इसके बारे में जागरूकता हासिल करना है। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों, आपातकालीन योजनाकारों और व्यक्तियों से प्रतिक्रिया देने की अपील की। बोहलिन ने रविवार को सोसायटी और रक्षा सम्मेलन में कहा कि अगर कोई एक चीज है जो मुझे रात में जगाए रखती है, तो वह यह एहसास है कि चीजें बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रही हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने सम्मेलन के दौरान स्वीडन से अपने देश और अन्य लोगों के साथ हथियार बनाने और एक साथ मजबूत होने के लिए काम करने का आह्वान किया।