पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ हो रही हिंसा किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के घरों और उनके पूजा स्थलों को तोड़ा जा रहा है। मजहब के नाम पर बने पाकिस्तान में कट्टरता पूरे चरम पर है। अब पाकिस्तान के मुस्लिमों को दूसरे मजहब के इबादतघर भी रास नहीं आ रहे हैं। पाकिस्तान के फैसलाबाद में मौजूद सिख समुदाय ऐतिहासिक गुरुद्वारे को लेकर दशकों से मांग कर रहा था। आखिरकार उनकी मांग मंजूर हुई तो इसके खिलाफ वहां का मुस्लिम समुदाय भड़ उठा। स्थानीय लोगों ने गुरुद्वारे के खोले जाने का विरोध करते हुए इसे तोड़ डालने की धमकी दी है।
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पाकिस्तान के फैसलाबाद में सिख समुदाय ऐतिहासिक गुरुद्वारे को लेकर दशकों से मांग कर रहा था। पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने फैसलाबाद में 76 साल से बंद पड़े गुरुद्वारे को खोलने की इजाजत दे दी है। लेकिन कट्टरता की आग में जल रहे फैसलाबाद के मुसलमानों को सरकार का ये फैसला रास नहीं आया। सरकार के फैसले को मुसलमानों के साथ सरासर ज्यादती बताया जा रहा है। इसके साथ ही धमकी दी कि अगर इसे खोला गया तो तोड़ दिया जाएगा।
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गुरुद्वारे को तोड़ने की धमकी देने वाले शख्स का नाम अमिन बट है। वायरल वीडियो में बट ये कहते हुए दिखाई देता है कि सिख मुसलमानों के बलात्कारी और हत्यारे हैं। हम फैसलाबाद में किसी भी सिख गुरुद्वारे की अनुमति नहीं देंगे। अगर सिख इसे बनाने की कोशिश करते हैं तो उन्हें अल्लाह के लड़ाकों का सामना करना पड़ेगा। दरअसल, ईद पर कुछ दिन पहले पाकिस्तान की पंजाब सरकार ने फैसलाबाद के गुरुद्वारे को खोलने की इजाजत दी थी। लेकिन जैसे ही फैसलाबाद के लोगों को सरकार के इस फैसले की जानकारी मिली। वैसे ही लोगों ने इस फैसले का विरोध करना शुरू कर दिया और सिखों को धमकी देना शुरू कर दिया।