देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों धुंध और धुएं की परत छाई नजर आ रही है। वायु गुणवत्ता लगातार गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। जिसके लिए हवाओं की धीमी रफ्तार और पंजाब में पराली जलाए जाने के मामले में इजाफे को जिम्मेदार बताया जा रहा है। दिल्ली में खराब आबो-हवा के बीच आपको पड़ोसी मुल्क चीन के बारे में बताते हैं जहां एक ऐसा प्यूरीफायर बनाया गया जो 330 फुट ऊंचा टावर है और जब उसके पंखे चलते हैं तो पूरे शहर की हवा को शुद्ध कर देते हैं। 330 फीट ऊंचा ये एयर प्यूरीफायर चीन के शांक्शी प्रांत में स्थित है।
उत्तरी चीन में 100 मीटर (328 फीट) ऊंचा एक प्रायोगिक टॉवर जिसे इसके ऑपरेटरों द्वारा दुनिया का सबसे बड़ा एयर प्युरीफायर करार दिया गया है। परियोजना का नेतृत्व करने वाले वैज्ञानिक के अनुसार इसके उपयोग से हवा की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार लाया जा सका है। टावर को शानक्सी प्रांत के जियान में बनाया गया है और चीनी विज्ञान अकादमी में पृथ्वी पर्यावरण संस्थान के शोधकर्ताओं द्वारा परीक्षण किया गया है। शोध के प्रमुख, काओ जुंजी ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में शहर में 10 वर्ग किलोमीटर (3.86 वर्ग मील) के क्षेत्र में वायु गुणवत्ता में सुधार देखा गया है और टावर 10 मिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक का उत्पादन करने में कामयाब रहा है। (353 मिलियन क्यूबिक फीट) स्वच्छ हवा की शुरूआत के बाद से एक दिन। काओ ने कहा कि गंभीर रूप से प्रदूषित दिनों में टावर मध्यम स्तर के करीब धुंध को कम करने में सक्षम था।
गौरतलब है कि एक वक्त ऐसा भी था जब शांक्शी प्रांत का झियान शहर बुरी तरह वायु प्रदूषण का शिकार था। लेकिन अब एयर प्यूरिफायर की वजह से हवा साफ हो गई है। दुनिया में इतना बड़ा प्यूरिफायर और कहीं नहीं है। इसे चीन के दिमाग की उपज भी कह सकते हैं, जिसमें पूरे शहर को साफ रखने की क्षमता है। इस शहर की स्थिति इस एयर प्यूरिफायर लगने से पहले ये थी कि शहर का शख्स हवा में 21 सिगरेट के बराबर विषैले तत्व हवा के साथ पी रहा था।