चीन की रबर स्टांप संसद ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पांच साल का तीसरा कार्यकाल देने के प्रस्ताव का सर्वसम्मति से समर्थन कर दिया है। जिससे जिनपिंग सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद पांच साल के तीसरे कार्यकाल के लिए चुने गए पहले चीनी नेता बन गए हैं। चीनी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, चीनी संसद ‘नेशनल पीपुल्स कांग्रेस’ (एनपीसी) ने प्रत्याशित रूप से जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को मंजूरी दी है। हम आपको यह भी बता दें कि एनपीसी को सीपीसी के फैसलों पर आंख मूंद कर मुहर लगाने के कारण अक्सर ‘रबर स्टांप पार्लियामेंट’ कहा जाता है।
हम आपको याद दिला दें कि पिछले साल अक्टूबर में चीन की सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी यानि सीपीसी ने अपनी कांग्रेस में 69 वर्षीय जिनपिंग को फिर से सीपीसी नेता के रूप में चुना था। उल्लेखनीय है कि सीपीसी की कांग्रेस की बैठक पांच साल में एक बार होती है। बताया जा रहा है कि जिनपिंग के ताउम्र चीन पर हुकूमत करने की संभावना जताई जा रही है। वैसे, एनपीसी का इस साल का वार्षिक सत्र इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसमें चीन सरकार में नेतृत्व में 10 साल में एक बार होने वाले बदलावों पर मुहर लगाई जानी है, जिसमें प्रधानमंत्री पद भी शामिल है। चीन में प्रधानमंत्री राज्य परिषद और केंद्रीय मंत्रिमंडल की अध्यक्षता करते हैं। हम आपको बता दें कि मौजूदा प्रधानमंत्री ली केकियांग का कार्यकाल इस वर्ष के एनपीसी सत्र के साथ समाप्त होगा। ली कियांग के उनका उत्तराधिकारी चुने जाने की प्रबल संभावनाएं हैं, जो जिनपिंग के करीबी सहयोगी माने जाते हैं। एनपीसी शनिवार को उनके नाम पर मुहर लगा सकती है। नए नेतृत्व के सभी नामों को कुछ सप्ताह पहले जिनपिंग की अध्यक्षता में हुई सीपीसी की बैठक में अनुमोदित किया गया था। हम आपको यह भी बता दें कि एनपीसी की मंजूरी एक औपचारिकता भर मानी जाती है। चीन के नए प्रधानमंत्री इस साल के वार्षिक एनपीसी सत्र के अंतिम दिन 13 मार्च को अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
इस बीच, नया कार्यकाल मिलने से जिनपिंग खुश हैं और अपनी सेना को नये सिरे से तैयार कर रहे हैं। उन्होंने एक संबोधन में आरोप लगाया है कि चीन की प्रगति को बाधित करने के लिए अमेरिका पश्चिमी देशों का नेतृत्व कर रहा है, जिससे चीन के विकास की राह में अभूतपूर्व चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। हांगकांग के ‘साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट’ की एक खबर के मुताबिक, जिनपिंग ने कहा, ‘‘अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिमी देशों ने चीन को चौतरफा घेरने का प्रयास किया है, जिसने देश के विकास की राह में गंभीर चुनौतियां पेश की हैं।’’ गौरतलब है कि अमेरिका ने हुआई जैसी दिग्गज चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। यूरोपीय संघ के अलावा अमेरिका ने अधिकारियों को चीनी सोशल मीडिया ऐप ‘टिकटॉक’ को अपने फोन से हटाने को कहा है ताकि उनके फोन के डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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वार्षिक संसद सत्र से इतर एक परिचर्चा के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि देश के विकास के मद्देनजर बाहरी माहौल तेजी से बदल गया है और अनिश्चितता एवं अप्रत्याशित कारकों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘हम जिन जोखिमों और चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, वे भविष्य में और बढ़ेंगे तथा अधिक गंभीर हो जाएंगे।’’
इसके साथ ही, अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सशस्त्र बलों को और अधिक तेजी से विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप उन्नत बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने युद्ध जीतने के लिए चीनी सेना की एकीकृत राष्ट्रीय रणनीतियों और रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नये कदम उठाने पर भी जोर दिया। सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार सत्तारुढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रमुख शी जिनपिंग ने वार्षिक संसद सत्र में भाग लेने वाले पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रतिनिधियों की एक बैठक के दौरान यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि चीनी सशस्त्र बलों को और अधिक तेजी से विश्व स्तरीय मानकों के अनुसार उन्नत बनाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को युद्ध जीतने के लिए तकनीक और रक्षा विज्ञान के क्षेत्र में मजबूत बनाना आवश्यक है। चीन की राष्ट्रीय सामरिक क्षमताओं को बढ़ाने के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए जिनपिंग ने पीएलए प्रतिनिधियों से कहा कि सामरिक खतरों से निपटने के वास्ते देश की समग्र ताकत, संसाधनों और क्षमता को बढ़ाया जाना चाहिए।