यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि देश को नाटो सदस्यता दिलाने के बदले वह तुरंत पद छोड़ने को तैयार हैं। कीव में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान ज़ेलेंस्की के हवाले से कहा, “अगर यूक्रेन में शांति है, अगर आप वास्तव में चाहते हैं कि मैं अपना पद छोड़ दूं, तो मैं तैयार हूं। … मैं इसे नाटो के लिए बदल सकता हूं। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वह “तुरंत” प्रस्थान करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा, “अगर यह शर्त है तो मैं इसे तुरंत नाटो (सदस्यता) के लिए बदल सकता हूं।”
इसे भी पढ़ें: वैश्विक रुख, एफआईआई की गतिविधियों, शुल्क के मोर्चे पर खबरों से तय होगी शेयर बाजार की दिशा
जेलेंस्की ने एक पत्रकार के इस सवाल पर कि क्या वह शांति के लिए अपना पद छोड़ देंगे, कहा, अगर शांति हासिल करने के लिए आपको वाकई मेरे पद छोड़ने की जरूरत है तो मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा, मैं इसे नाटो के लिए छोड़ सकता हूं। ज़ेलेंस्की ने यह भी कहा कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को यूक्रेन के साझेदार के रूप में और कीव और मॉस्को के बीच एक मध्यस्थ के रूप में देखना चाहते हैं। रॉयटर्स ने उनके हवाले से कहा, “मैं वास्तव में चाहता हूं कि यह सिर्फ मध्यस्थता से कहीं अधिक हो… यह पर्याप्त नहीं है।”
इसे भी पढ़ें: Vishwakhabram: Trump ने छोड़ा साथ तो Volodymyr Zelensky की मदद के लिए Keir Starmer ने बढ़ाया अपना हाथ
रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन वर्ष पूरे होने के बीच सोमवार को यूरोप और कनाडा के कई नेता यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे। इस दौरे से युद्धरत राष्ट्र के कुछ सबसे महत्वपूर्ण समर्थकों द्वारा कीव के प्रति समर्थन प्रदर्शित किया गया। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो उन विदेशी आगंतुकों में शामिल थे जिनका रेलवे स्टेशन पर यूक्रेनी विदेश मंत्री आंद्रेई सिबिहा और राष्ट्रपति के चीफ ऑफ स्टाफ आंद्रेई यरमक ने स्वागत किया। वॉन डेर लेयेन ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, यूरोप कीव में है क्योंकि यूक्रेन यूरोप में है। उन्होंने लिखा, ‘‘अस्तित्व की इस लड़ाई में, केवल यूक्रेन का ही नहीं बल्कि पूरे यूरोप का भविष्य दांव पर लगा है।’’